हैदराबाद: पेट्रोल और डीज़ल की बढ़ती कीमतें इन दिनों हर किसी की जेब जला रहे हैं. पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच चुकी है तो कई शहरों में डीज़ल के दाम भी शतक के करीब हैं. ऐसे में पेट्रोल और डीजल की कीमतों से परेशान लोग इलेक्ट्रिक वाहनों का रुख करने लगे हैं. भारत में फिलहाल इलेक्ट्रिक कार खरीदना फिलहाल महंगा सौदा है और अगर आपके पास पहले से कोई पेट्रोल-डीजल वाली कार है तो फिर नई इलेक्ट्रॉनिक कार खरीदने से पहले दो बार सोचना पड़ेगा.लेकिन अगर आपके पास नई इलेक्ट्रिक कार खरीदने का बजट नहीं हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. आप भी इलेक्ट्रिक कार का मजा ले सकते हैं.
अपनी पेट्रोल-डीज़ल कार को इलेक्ट्रिक कार में कराएं कन्वर्ट
आज एक अच्छी इलेक्ट्रिक कार की कीमत की एक्स-शोरूम कीमत कम से कम 10 लाख रुपये तक है. लेकिन अगर आप भी इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल करना चाहते हैं और आपका बजट इतना नहीं है तो आप अपनी पेट्रोल या डीजल कार को कन्वर्ट करवा सकते हैं. इस काम को इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनियां कर रही हैं. इस तैयार की गई इलेक्ट्रिक कार पर बकायदा कंपनी की तरफ से वारंटी भी दी जाती है. भारत में भी साल दर साल इलेक्ट्रिक कारों के चाहने वाले बढ़ने रहे हैं.
आप अपनी पेट्रोल या डीजल कार को इलेक्ट्रिक कार में बदल सकते हैं और इसका खर्च भी नई कार खरीदने से बहुत कम है. इलेक्ट्रिक कार से पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें भी नहीं सताएंगी और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा.
कौन कन्वर्ट करेगा आपकी कार ?
फ्यूल कार यानि पेट्रोल और डीजल से चलने वाली कार को इलेक्ट्रिक कार में कन्वर्ट करने वाली अधिकतर कंपनियां हैदराबाद में हैं. ईट्रायो (etrio) और नॉर्थवेम्स (northwayms) ये काम करने वाली प्रमुख कंपनियां हैं. आपके पास किसी भी कंपनी की पेट्रोल या डीजल वाली कार हो, ये कंपनियां आपकी कार को इलेक्ट्रिक कार को कन्वर्ट करती हैं. दरअसल कारों में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रिक किट लगभग एक जैसी होती है, हालांकि रेंज और पावर बढ़ाने के लिए बैटरी और मोटर में फर्क होता है. ये कंपनियां ईंधन वाली कारों को इलेक्ट्रिक में कन्वर्ट भी करती हैं और इलेक्ट्रिक कारों को बेचती भी हैं.
पेट्रोल-डीजल कार इलेक्ट्रिक कार में कैसे होती है कन्वर्ट ?
कार को कन्वर्ट करने वाली कंपनियां जब पेट्रोल डीजल वाली कार को इलेक्ट्रिक कार में बदलते हैं तो सभी पुराने मैकेनिकल पार्ट्स को बदला जाता है. कार के इंजन से लेकर फ्यूल टैंक, इंजन तक पावर पहुंचाने वाली केबल और दूसरे पार्ट्स के साथ एसी के कनेक्शन में भी बदलाव किया जाता है. इन सभी मैकेनिकल पार्ट्स को इलेक्ट्रिक पार्ट्स जैसे मोटर, कंट्रोलर, रोलर, बैटरी और चार्जर से बदला जाता है. कार को कन्वर्ट करने में कम से कम एक हफ्ते का वक्त लग सकता है. ये सभी पार्ट्स कार के बोनट के नीचे ही लगाए जाते हैं. बैटरी की लेयर कार की चेसिस पर लगाई जाती है. बूट स्पेस यानि डिक्की पूरी तरह खाली रहती है. इसी तरह फ्यूल टैंक को हटाकर उसकी कैप पर चार्जिंग पॉइंट लगाया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया में कार के मॉडल या आकार में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाता.
कार कन्वर्ट करने में कितना खर्च आएगा ?