लखनऊःउत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने जालसाजी पर बड़ा शिकंजा कसा है. केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों के उन खातों पर पैसा जा रहा था, जिनका कोई पता नहीं था. पूर्ववर्ती सरकारों में साठगांठ और जालसाजी करके खातों में पैसा जा रहा था, उन खातों को बंद कराया गया है. सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों की जब योगी सरकार ने स्क्रीनिंग कराई तब यह बड़ी जालसाजी का मामला सामने आया है. सरकार ने प्रदेश में कई योजनाओं से संबंधित लाभार्थियों के करीब 79 लाख बैंक खातों को सीज कर बंद करा दिया है. इनमें जाने वाली करीब 8000 करोड़ से ज्यादा की धनराशि को बचा लिया गया है.
शासन के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार करीब 8062 करोड़ रुपए की यह रकम ऐसे फर्जी खातों में भेजी जा रही थी जिनका कोई अता पता नहीं था. इस धनराशि को भेजे जाने से रोक कर इस पैसे की बचत कराई गई है. सरकार ने ऐसे सभी फर्जी खातों को बंद कराते हुए पैसा ट्रांसफर करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है.
उत्तर प्रदेश सरकार केंद्र व राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित 30 से अधिक विभागों की लगभग 167 लाभार्थी योजनाएं संचालित कर रही है. इन विभागों में मुख्य रूप से खाद एवं रसद विभाग, शिक्षा विभाग, मत्स्य विभाग, समाज कल्याण विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, श्रम विभाग परिवार कल्याण महिला कल्याण जैसे विभाग शामिल हैं, योगी सरकार ने इन विभागों के लाभार्थियों कि जब स्क्रीनिंग कराई तब यह बड़ा मामला सामने आया. फर्जी पते व नाम के आधार पर जो करीब 79 लाख बैंक खातों में पैसा जा रहा था उन्हें सरकार ने बंदा दिया है. इनमें जाने वाली आठ हजार करोड़ की धनराशि को बचा लिया गया है.