दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

विधायक जी किसलिए कर रहे साधना! योगी सरकार के विधायक विंध्य पर्वत पर तपस्या में लीन, छोड़ा घर और परिवार

योगी सरकार के विधायक इन दिनों मिर्जापुर में विंध्य पर्वत पर तपस्या में लीन हैं. उन्होंने घर और परिवार छोड़ दिया है. वह जमीन पर सोते हैं और एक वक्त ही खाना खाते हैं. आखिर वह यह साधना क्यों कर रहें हैं चलिए जानते हैं.

Etv bhrat
etv bharat

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 6, 2023, 10:33 AM IST

Updated : Nov 6, 2023, 11:48 AM IST

योगी सरकार के विधायक विंध्य पर्वत पर तपस्या में हुए लीन.

मिर्जापुर: भारतीय जनता पार्टी के मिर्जापुर सदर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्रा इन दिनों विंध्य पर्वत की चट्टान पर तपस्या में लीन हैं. उन्होंने अपना घर और परिवार छोड़ दिया है. वह चट्टान पर सो रहे हैं और एक टाइम ही फल और दूध का अल्पाहार ले रहे हैं. आखिर वह कौन सी साधना कर रहे हैं चलिए आगे जानते हैं.

15 दिनों तक तपस्या करेंगे विधायकजी.

गुफा में कर रहे तपस्या
मिर्जापुर सदर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्रा मां विंध्यवासिनी मंदिर के तीर्थ पुरोहित हैं. इसके साथ ही वह भारतीय जनता पार्टी के टिकट से वह यूपी विधानसभा चुनाव 2017 में सदर सीट से विधायक निर्वाचित किए गए. इसके बाद दूसरी बार यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में वह लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए. विधायक कार्तिक महीने में 15 दिनों तक विंध्य पर्वत पर साधना करते हैं. विधायक घर की सारी सुविधाओं को छोड़ कर कार्तिक के महीने के सप्तमी तिथि के दिन विंध्य पर्वत की चट्टान पर चढ़ जाते है. वहां विधायक एक चट्टान जैसी गुफा में रहकर तपस्या करते हैं. ऐसा वह पिछले 30 सालों से करते आ रहे हैं. यही नहीं विधायक चट्टान पर सोते भी है. यहां वह खाने में केवल एक केला, एक सेब और एक पाव दूध का अल्पहार लेकर साधना में लीन रहते हैं.

भक्तों को दूर से प्रसाद देते हैं साधना में लीन विधायक जी.

किसी से टच नहीं होता शरीर
यही नहीं तपस्या के दौरान विधायक न तो किसी से मिलते हैं और न ही किसी से बात करते हैं. अगर किसी को मिलना होता है तो वह केवल आरती और प्रसाद वितरण के समय शाम को ही मुलाकात करते हैं. पूरे साधना के दौरान विधायक का शरीर किसी से टच नहीं होता है. वह लोगों को प्रसाद भी अपने हाथ से दूर से ही देते हैं.

मां की चरणों की सेवा में रहते हैं लीन.

विंध्य पर्वत पर ही करते हैं विश्राम
विधायक पंडित रत्नाकर मिश्रा की कार्तिक महीने के 15 दिन की दिनचर्या में वह पहाड़ पर पहुंचते हैं. यहां विधायक रात्रि 2 बजकर 30 मिनट पर उठ जाते हैं. इसके बाद 3 बजे सुबह से वह पूजा-पाठ शुरू कर देते हैं. इसी तरह पूजा-पाठ वह दोपहर और शाम को भी करते हैं. शाम को आरती करने के बाद पहाड़ के आस-पास गांवों से आए हुए बच्चों को प्रसाद वितरण करते हैं. इसके साथ ही दूर-दराज से आए हुए लोगों को मुलाकात करते हैं. फिर विंध्य पर्वत पर विश्राम के लिए चले जाते हैं.

15 दिनों तक इसी गुफा में रहकर करते हैं नियमों का पालन.

तपस्या पूरी करने के बाद लौट आते हैं घर
विधायक विंध्य पर्वत पर विश्राम के समय एक चटाई को पत्थर की चट्टान पर बिछा देते हैं. इसके अलावा वह 15 दिनों में हर दिन एक धोती पहनते हैं. इसके अलावा उनका पूरा बदन खुला रहता है. बता दें कि पंडित रत्नाकर मिश्रा विधायक बनने से पहले से ही तपस्या करते आ रहे हैं. उनके घर परिवार में सुख हो या दुःख, वह अपनी तपस्या कभी नहीं छोड़ते हैं. वह तपस्या पूरी करने के बाद ही आते हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत बनेगा विश्व गुरु
मिर्जापुर के विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम के अटल चौराहे से दो किलोमीटर दूर दक्षिण की ओर विंध्य पर्वत स्थित है. इस विंध्य पर्वत की चट्टान पर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्रा कार्तिक माह में साधना करते है. पंडित रत्नाकर मिश्रा ने ईटीवी भारत को बताया कि वह 30 सालों से मां की कृपा से यह साधना कर रहे हैं. वह मां की कृपा से यहां रहते हैं. मां आदि शक्ति है. मां उन्हें बुलाती हैं. वह पर्वत पर पहुंच जाते हैं. विधायक ने कहा कि मां जो करा रही हैं, वह वही कर रहे हैं. वह जिस लायक नहीं थे, मां ने अपने आशीर्वाद से उन्हें उससे अधिक दे दिया. उन्होंने कहा कि आज विश्व में भाईचारा खत्म हो गया है. वह राष्ट्र का उन्नत चाहते हैं. वह देश को पुनः विश्व गुरु के रुप में देखना चाहते हैं. यह काम देश के पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो भी जाएगा.

यह भी पढ़ें- अयोध्या में दीपोत्सव पर प्रज्ज्वलित होंगे 21 लाख दीप, अफसर आयोजन को भव्य बनाएं: सीएम योगी

यह भी पढ़ें-आसान नहीं है BHU और IIT के बीच दीवार खड़ी करना,जानिए क्या कहते हैं नियम

Last Updated : Nov 6, 2023, 11:48 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details