नई दिल्ली : देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस से पहले भाजपा की दो सप्ताह तक चलने वाली 'तिरंगा यात्रा' रविवार को हरियाणा के भिवानी से शुरू हुई. हरियाणा में भाजपा इकाई के अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने दावा किया कि इस कार्यक्रम में हजारों किसानों ने भी हिस्सा लिया.
धनखड़, राज्य के कृषि मंत्री जेपी दलाल के साथ 'यात्रा' के दौरान ट्रैक्टर पर बैठे और बहल से लोहारु का 30 किलोमीटर रास्ता तय किया. इस दौरान उनके ट्रैक्टर के दोनों ओर तिरंगे लगे हुए थे. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में तिरंगा लगे ट्रैक्टरों और अन्य वाहनों ने भी हिस्सा लिया.
भाजपा के मुताबिक करीब दो सप्ताह तक चलने वाली 'यात्रा' हरियाणा के सभी विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी और पार्टी के वरिष्ठ नेता इसमें शामिल होंगे. धनखड़ ने दावा किया कि रविवार के कार्यक्रम में हजारों किसानों ने हिस्सा लिया.
'यात्रा' शुरू करने से पहले भाजपा नेताओं और अन्य ने महान क्रांतिकारी भगत सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की. इस दौरान 'यात्रा' में शामिल नेता और लोग 'वंदे मातरम' और 'भारत माता की जय' के नारे लगा रहे थे.
धनखड़ ने कहा कि 'तिरंगा यात्रा' का उद्देश्य युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना का प्रवाह करना, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को रेखांकित करना और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करना है.
विपक्ष पर हमला करते हुए भाजपा नेता ने कहा, 'जो इस यात्रा को राजनीतिक चश्मे से देखते हैं, वे अपनी संकुचित मानसिकता का प्रदर्शन कर रहे हैं.' उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों पर किसानों के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया.
योगेंद्र यादव ने साधा निशाना
सुनिए योगेंद्र यादव ने क्या कहा उधर, कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने हरियाणा में भाजपा की तिरंगा यात्रा को चाल बताया है. योगेंद्र यादव का कहना है कि आरएसएस ने 50 साल तक अपने कार्यालय पर कभी तिरंगा झंडा नहीं फहराया, लेकिन आजादी के 74वीं वर्षगांठ पर अब भाजपा हरियाणा में तिरंगा यात्रा निकाल रही है. यह तिरंगा यात्रा किसानों से भिड़ंत की एक चाल है. संयुक्त किसान मोर्चा इस तिरंगा यात्रा का विरोध नहीं करेगा.
योगेंद्र यादव ने आंदोलन में शामिल हरियाणा के किसानों से अपील की है कि वह कहीं भी तिरंगा यात्रा का विरोध न करें लेकिन भाजपा और जजपा के नेता, मंत्री और विधायकों का बहिष्कार जारी रखें.
किसानों से कर रहे अपील
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने भी शनिवार को यह घोषणा की थी कि उनके साथ आंदोलन में शामिल कोई भी मोर्चा तिरंगा यात्रा का विरोध नहीं करेगा. किसान नेता भाजपा की तिरंगा यात्रा को साजिश बता रहे हैं. प्रदेश में भाजपा नेताओं के खिलाफ किसान रोष प्रदर्शन करते रहे हैं और कई जगह पर नेताओं और किसानों की भिड़ंत भी हुई है, ऐसे में भाजपा की तिरंगा यात्रा जब सड़कों पर निकलेगी तो पूरी संभावना है कि जगह-जगह धरने पर बैठे किसान संगठन उनके विरोध में खड़े होंगे.
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किसान नेताओं का मानना है कि ऐसी कोई भी घटना होने पर आंदोलन बदनाम हो सकता है, इसलिये अब तमाम नेता लोगों से अपील करने में जुटे हैं कि तिरंगा यात्रा का कहीं भी विरोध न करें.