नई दिल्ली : ओमीक्रोन वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने नियम सख्त कर दिए गए हैं. बुधवार को इसका असर दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों और बस स्टैंडों पर दिखा. मेट्रो तो तय नियम के मुताबिक सीमित संख्या में यात्रियों को लेकर दौड़ती रही मगर पाबंदियों के कारण मेट्रो स्टेशनों के बाहर लंबी लाइन लगी रही.
डीएमआरसी के इग्जेक्युटिव डायरेक्टर अनुज दयाल ने मंगलवार शाम को ही एक बयान जारी कर मेट्रो में सफर के नए नियमों के बारे में जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि दिल्ली सरकार की ओर से जारी नियमों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए एंट्री गेट पर ही यात्रियों को रेगुलेट किया जाएगा. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कुछ गेट्स बंद किए जाएंगे. रिपोर्टस के अनुसार, दिल्ली में मेट्रो नेटवर्क के 259 स्टेशनों पर बने 721 एंट्री-एग्जिट गेटों में से केवल 444 गेटों को ही यात्रियों की आवाजाही के लिए खुला रखा गया है.
मेट्रो स्टेशन में सिर्फ सीमित संख्या में ही यात्रियों को एंट्री दी जा रही है, जिसकी वजह से यात्रियों को स्टेशन के बाहर ही लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है. बुधवार को कई यात्रियों ने शिकायत की है कि उन्हें दो घंटे बाद मेट्रो स्टेशन में एंट्री मिली. बता दें कि ग्रैप के येलो अलर्ट के तहत मेट्रो और बसों में खड़े होकर यात्रा करने पर पाबंदी लगा दी गई हैं. दिल्ली-एनसीआर में काम करने वाले बड़ी संख्या में यात्री मेट्रो सेवा का इस्तेमाल करते हैं. सितंबर में रोजाना यात्रा करने वाले लोगों का औसत 28 लाख था. जबकि कोरोना काल शुरू होने से पहले करीब 57 लाख लोग मेट्रो से यात्रा करते थे.