हैदराबाद: देश में हत्या के मामलों में हर साल इजाफा हो रहा है. साल 2022 खत्म होने वाला है और इस साल भी हत्या के हजारों मामले पूरे देश से सामने आए हैं. लेकिन इस साल कुछ ऐसी वारदातें हुईं, जिन्होंने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. ये हत्याएं ऐसी रहीं, जिनके बारे में देश के हर कोने में चर्चा हुई और ये लंबे समय तक अखबारों, न्यूज वेबसाइट्स और न्यूज चैनलों की सुर्खियां बनी रहीं. लोगों का भी इन पर लगातार ध्यान बना रहा. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं साल 2022 के टॉप-10 मर्डर केसों के बारे में जो सबसे ज्यादा चर्चा में रहे.
1. श्रद्धा वाल्कर हत्याकांड (नई दिल्ली)
इस साल का सबसे चर्चित और सबसे ताजा मामला है श्रद्धा वाल्कर हत्या कांड. इस हत्या कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. इस हत्या कांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को पुलिस ने 12 नवंबर 2022 को गिरफ्तार किया था. पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि आफताब ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या करीब 6 महीने पहले 18 मई को की थी और उसके शरीर के 35 टुकड़े कर फ्रिज में रखा था. इसके बाद उसने धीरे-धीरे कर उसके शरीर के टुकड़ों को दिल्ली के कई इलाकों में फेंका.
श्रद्धा के शरीर के टुकड़ों को रखने के लिए आफताब ने एक नया फ्रिज भी खरीदा था. इस मामले में पुलिस से बचने के लिए आफताब ने बड़ी सफाई से श्रद्धा के शव को ठिकाने लगाया और सारे सबूत बेहद चालाकी से मिटा दिए. श्रद्धा के पिता ने आफताब के परिवार पर भी मामला चलाने की मांग की है. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ने पुलिस को जानकारी दी थी, लेकिन समय रहते मुंबई पुलिस ने उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया. तब महाराष्ट्र में उद्धव सरकार थी.
2. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (पंजाब)
ये देश का दूसरा ऐसा बड़ा हत्याकांड था, जिसने पूरे पंजाब को झकझोर दिया. पूरे देश में इस हत्याकांड की चर्चा आज भी हो रही है. इस हत्याकांड के संबंध विदेश में बैठे अपराधियों से जोड़े जा रहे हैं. पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को मानसा जिले के जवाहरके गांव में 29 मई को मारा गया था. सिद्धू मूसेवाला को कथित तौर पर गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों ने गोलियों से छलनी कर दिया था.
इस हाईप्रोफाइल हत्याकांड के बाद पुलिस ने तेजी से मामले की जांच करते हुए लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ शुरू की थी. पंजाब सरकार ने इस मामले को लेकर जानकारी दी कि गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की ओर से सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. अब तक इस मामले में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, लेकिन इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
3. कन्हैया लाल हत्याकांड (उदयपुर, राजस्थान)
इस हत्याकांड की शुरुआत बीजेपी की पूर्व नेता नूपुर शर्मा के मोहम्मद पैगम्बर पर दिए गए एक बयान से हुई. उस बयान के बाद पूरे देश में एक धर्म विशेष की ओर से 'सर तन से जुदा' की सोच जागी और कन्हैया लाल हत्याकांड उस सोच की पहली वारदात थी. कन्हैया लाल की हत्या उदयपुर में दो मुस्लिम युवकों ने दिन-दहाड़े की और इस हत्या का एक वीडियो भी बनाया, जिसे बाद में उन्होंने सोशल मीडिया पर डाल दिया था. युवकों ने इस हत्याकांड को कन्हैया लाल की दुकान में घुसकर अंजाम दिया था.
उन दोनों आरोपियों की पहचान रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद के तौर पर हुई थी और वे दोनों उदयपुर में किराए का कमरा लेकर रह रहे थे. दरअसल कन्हैया लाल के बेटे ने नूपुर शर्मा के बयान के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाल दी थी, जिसके बाद ही इन दोनों युवकों ने इस हत्या कांड की कहानी रची. पुलिस ने तेजी से काम करते हुए, कुछ ही घंटो में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में अब तक 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
4. भागलपुर नीलम हत्याकांड (बिहार)
जहां एक ओर दिल्ली के श्रद्धा वाल्कर हत्याकांड ने पूरे देश को सन्न कर दिया, वहीं बिहार के भागलपुर में भी एक ऐसा हत्याकांड सामने आया, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया. 3 दिसंबर की शाम नीलम नाम की महिला की बेरहमी से हत्या की गई, जब वह बाजार से घर लौट रही थी. इस हत्याकांड में मृतका के पति ने दो व्यक्तियों मो. शकील व मो. जुद्दीन को नामजद किया है. इन दोनों आरोपियों ने सरेराह 42 वर्षीय नीलम देवी पर धारदार हथियार से अचानक हमला कर दिया और उसके शरीर पर कई वार किए.
आरोपियों ने हथियार से नीलम के हाथ-पैर और स्तन काटकर अलग कर दिए. इस वारदात को अंजाम देकर आरोपी वहां से भाग निकले और नीलम इस हमले में बुरी तरह घायल हो गई. स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां अगले दिन उसकी मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और आगे की जांच कर रही है.
5. त्रिलोकपुरी हत्याकांड (नई दिल्ली)
नई दिल्ली में जहां श्रद्धा वाल्कर केस ने सबके होश उड़ा दिए थे, वहीं दिल्ली के ही त्रिलोकपुरी में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है. हालांकि इस बार शिकार एक महिला या युवती नहीं बल्कि एक पिता था. जी हां, यह मामला 5 जून को प्रकाश में आया, जब पुलिस को रामलीला मैदान में बॉडी पार्ट्स मिले. पुलिस की जांच में पता चला कि अंजन दास नाम का एक व्यक्ति 5-6 महीने से मिसिंग है और उसकी मिसिंग रिपोर्ट भी दर्ज नहीं कराई गई है.