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चक्रवाती तूफान 'यास' : पुरी में शुरू हुई बारिश, हाई अलर्ट पर आपदा मोचन दल

यास चक्रवात
यास चक्रवात

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Published : May 24, 2021, 6:58 AM IST

Updated : May 24, 2021, 8:21 PM IST

20:20 May 24

17:44 May 24

ओडिशा में चक्रवात यास का असर, पेड़ गिरने से राहगीर चोटिल

ओडिशा में चक्रवात यास का असर, पेड़ गिरने से राहगीर चोटिल

ओडिशा में चक्रवात यास का कहर दिखना शुरू हो गया है. हवाओं की गति सामान्य से तेज है. कई शहरों में बारिश हो रही है. लगातार हो रही बारिश के कारण पेड़ गिर रहे हैं. ऐसे ही एक हादसे में कुरुदा ज्योति अस्पताल के पास सड़क के किनारे लगा पेड़ उखड़ गया. पेड़ गिरने से कुछ राहगीर जख्मी हो गए हैं.

16:38 May 24

ओडिशा में 'यास' के प्रभाव से तटीय जिले पुरी और जगतसिंहपुर में बारिश शुरू

ओडिशा में 'यास' के प्रभाव से तटीय जिले पुरी और जगतसिंहपुर में बारिश शुरू

12:45 May 24

बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान 'यास' में बदला

बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान यास में बदल गया है और इसके अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने के बाद 26 मई को ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों से गुजरने का अनुमान है. मौसम विभाग ने सोमवार को यह जानकारी दी.

कोलकाता के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उप निदेशक संजीब बंदोपाध्याय ने बताया कि ‘यास’ के 26 मई की दोपहर को पारादीप और सागर द्वीपों के बीच होते हुए ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों से गुजरने का अनुमान है. यह एक बहुत ही भीषण चक्रवाती तूफान होगा जिसमें 155-165 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.

मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार की सुबह यह दबाव का क्षेत्र ओडिशा के पारादीप तथा पश्चिम बंगाल के दीघा के बीच था और इसके उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने तथा मंगलवार तक अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने का अनुमान है. विभाग के अनुसार बुधवार सुबह तक ‘यास’ अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में बदल सकता है.

एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवात पर नजर रखने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य सचिवालय नबन्ना में नियंत्रण कक्ष खोले हैं.

उन्होंने बताया कि तटीय जिलों पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण तथा उत्तर 24 परगना, हावड़ा तथा हुगली में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. यहां कुछेक स्थानों पर 25 मई से भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.

मौसम विभाग के मुताबिक 26 मई को झारग्राम, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण तथा उत्तर 24 परगना, हावड़ा तथा हुगली और कोलकाता में जयादातर जगहों पर हल्का से मध्यम और एक या दो स्थानों पर भारी से ले कर अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान है.

ओडिशा सरकार ने बचाव दलों को तैनात किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रदेश सरकार संवेदनशील इलाकों से लोगों को निकालने की योजना बना रही है.

विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने बताया कि ओडिशा सरकार ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल और दमकल सेवा कर्मियों को तैनात किया है. उसका अनुमान है कि बालासोर तथा भद्रक जिलों में चक्रवात का बहुत अधिक असर हो सकता है.

मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बताया, ओडिशा के चार तटीय जिले बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा तथा जगतसिंहपुर इस चक्रवात से सर्वाधिक प्रभावित हो सकते हैं.

उन्होंने बताया कि 120-165 प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और ओडिशा में भारी बारिश होगी.

जेना ने बताया कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा. इसके लिए जिला प्रशासन को योजना बनाने को कहा गया है.

11:25 May 24

'यास' के कारण समुद्र में भेजे जा रहे सभी जहाज

समुद्र में भेजे जा रहे जहाज

चक्रवात यास को लेकर ओडिशा के पारादीप पोर्ट पर तैयारियां जारी हैं. पोर्ट के बर्थ में एकंरेज के बीच लगे जहाजों को समुद्र के बीच भेज दिया गया है. चक्रवात का लैंडफिल पारादीप और सागर द्वीप के बीच होने की संभावना है, जिसके चलते यह कदम उठाया गया. चक्रवात के दौरान तेज हवा व समुद्र में ऊंची लहरों की आशंका बना रहती है. इसके प्रभाव से पोर्ट के एकंरेज और बर्थ में लगे जहाजों को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए पारादीप पोर्ट ने पहले ही जहाजों को समुद्र में भेज दिया है.

06:59 May 24

पूर्वी रेलवे ने 24 से 29 मई के बीच रद्द की 25 ट्रेनें

पश्चिम बंगाल और ओडिशा पर मंडरा रहे चक्रवात तूफान यास के खतरे को देखते हुए पूर्वी रेलवे ने 24 मई से 29 मई के बीच 25 ट्रेनों को रद्द कर दिया है. रेलवे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस फैसले की जानकारी दी और रद्द की गई ट्रेनों की सूची भी साझा की. बता दें कि रेलवे ने कहा कि यास चक्रवात के चलते यह कदम उठाया गया है.

06:41 May 24

यास चक्रवात लाइव अपडेट

कोलकाता/भुवनेश्वर/नई दिल्ली :भारत में 'यास' चक्रवात के आगमन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. बचाव और राहत टीमों को वायुमार्ग से एक स्थान से दूसरे स्थानों पर भेजा जा रहा है और रक्षा विमानों तथा नौसैनिक पोतों को सतर्क रखने को कहा गया है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा, बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अब दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया है और वह बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में 26 मई को पश्चिम बंगाल तथा ओडिशा तटों को पार करेगा.

उन्होंने कहा कि दबाव वाले क्षेत्रों का सोमवार तक चक्रवाती तूफान यास में बदलने की संभावना है. यास के बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के पूर्वी तटीय इलाकों में दस्तक देने के अनुमान लगाए जा रहे हैं. इससे एक सप्ताह पहले ही पश्चिमी तट पर आया 'तौकते' चक्रवात बर्बादी की दास्तान छोड़ गया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात 'यास' से निपटने के लिए रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में राज्यों एवं केंद्र सरकार की एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की और समुद्री गतिविधियों में शामिल लोगों को समय से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए.

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में बताया कि पीएम मोदी ने अधिकारियों से राज्यों के साथ करीबी समन्वय स्थापित कर काम करने को कहा, ताकि अत्यधिक जोखिम वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके.

उन्होंने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि विद्युत आपूर्ति या संचार नेटवर्क बाधित होने पर उसे तेजी से दुरुस्त किया जाए.

पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकारों के साथ उचित समन्वय स्थापित करें और योजना बनाएं कि अस्पतालों में कोविड-19 उपचार एवं टीकाकरण बाधित नहीं हो.

भारतीय वायुसेना ने चक्रवात 'यास' से उत्पन्न स्थिति से निपटने की तैयारियों के तहत मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्यों के लिए 11 परिवहन विमान और 25 हेलीकॉप्टर तैयार रखे हैं. यह जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी.

अधिकारियों ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात से निपटने के लिए सरकार द्वारा कई उपायों की शुरुआत करने के बीच वायुसेना ने रविवार को तीन अलग-अलग स्थानों से 21 टन राहत सामग्री और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 334 कर्मियों को हवाई मार्ग से कोलकाता और पोर्ट ब्लेयर पहुंचाया.

अधिकारियों ने कहा कि राहत सामग्री, उपकरण और कर्मियों को पटना, वाराणसी और अराक्कोनम से पांच सी-130 विमानों का उपयोग करके पहुंचाया गया.

एक अधिकारी ने कहा, यह चक्रवात यास के मद्देनजर तैयारी के तहत है और अभियान 21 मई से जारी है. अब तक, भारतीय वायुसेना ने इस उद्देश्य के लिए 606 कर्मियों और 57 टन सामग्री को हवाई मार्ग से पहुंचाया है.

नौसेना ने कहा है कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में मौजूदा संसाधनों को बढ़ाने के लिये आठ बाढ़ राहत बचाव टीमों और चार गोताखोर टीमों को तैनात किया गया है. नौसेना के चार जहाजों को मानवीय मदद और आपदा राहत सामग्री तथा मेडिकल टीमों के साथ तैयार रखा गया है.

इससे पहले पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा कि उसने सभी ऐहतियाती कदम उठाए हैं और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हालात पर नजर रखने के लिये नियंत्रण कक्ष में मौजूद रहेंगी.

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को तैयारियों का जायजा लेते हुए अधिकारियों को निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का निर्देश दिया था.

राज्य सरकार ने बालेश्वर, भद्रक, केन्द्रपाड़ा और जगतसिंहपुर समेत 14 जिलों को अलर्ट पर रखा है.

आईएमडी के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा, दबाव वाले क्षेत्र के उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने तथा 24 मई की सुबह तक चक्रवाती तूफान तथा इसके अगले 24 घंटों के दौरान बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. यह उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा और मजबूत होगा तथा 26 मई की सुबह तक पश्चिम बंगाल और उत्तर ओडिशा तटों के समीप उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी पहुंचेगा.

उन्होंने बताया, 26 मई की शाम तक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान के तौर पर पारादीप और सागर द्वीपों के बीच उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल पार करने की संभावना है.

Last Updated : May 24, 2021, 8:21 PM IST

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