नई दिल्लीःराजधानी दिल्ली में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. 10 दिन के बाद यमुना का जलस्तर फिर से खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. दिल्ली में कई दिनों से बारिश न होने के बाद भी यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से यमुना में पानी छोड़ा जा रहा है. इससे एक बार फिर दिल्ली-एनसीआर में बाढ़ की स्थिति बन सकती है.
दिल्ली में यमुना का जलस्तर रविवार रात 9 बजे 206.42 मीटर तक पहुंच गया, जबकि इसका स्तर सुबह 7 बजे 205.81 मीटर दर्ज किया गया था. यमुना में बढ़ते जलस्तर को लेकर सिंचाई विभाग की तरफ से ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है. वहीं, जल स्तर बढ़ने के कारण पुराने यमुना पुल (पुराना लोहा पुल) का काम रात 10.15 बजे से बंद कर दिया गया. ट्रेन की आवाजाही एनडीएलएस डायवर्ट की जाएगी. दिल्ली से शाहदरा के बीच मार्ग भी बंद रहेगा.
बता दें, 15 जुलाई के बाद से जलस्तर 206 मीटर से नीचे है, क्योंकि हथनी कुंड से कुछ दिन से प्रति घंटे एक लाख क्यूसेक से कम पानी छोड़ा जा रहा था, लेकिन अब एक बार फिर इसमें बढ़ोतरी होने लगी है. अधिकारियों का कहना है कि हथनी कुंड से पानी छोड़ने के साथ ही यमुना के जलस्तर की निगरानी की जा रही है. सितंबर तक नदी में पानी का स्तर बढ़ने का खतरा बना रहेगा. इसे ध्यान में रखकर तैयारी की गई है. 66 वरिष्ठ अधिकारियों को अलग-अलग स्थानों पर राहत और बचाव कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग के ताजा अपडेट के मुताबिक संभावना है कि कल शाम तक यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर सकती है. ऐसी स्थिति में उत्पन्न संभावित जोखिमों और चुनौतियों से निपटने के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल एवं पूरी सरकार घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी कर रही है. इसके अलावा मंत्री आतिशी ने कहा कि अगर जल स्तर 206.7 तक बढ़ जाता है तो यमुना खादर के कुछ हिस्सों में बाढ़ आने की ज्यादा संभावना है. सरकार इन संवेदनशील क्षेत्रों में तत्काल निकासी करने के लिए पूरी तरह तैयार है.