लखनऊ: नाम बदलने की सियासत विधानसभा चुनाव के ठीक पहले तक चलती हुई नजर आ रही है. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में नाराज ब्राह्मणों को लुभाने को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी (ex pm atal bihari vajpayee) के नाम को लेकर भारतीय जनता पार्टी आगे बढ़ती हुई नजर आ रही है. अखिलेश यादव सरकार में 2012 में शुरू होने वाले यमुना एक्सप्रेसवे (yamuna expressway ) का नाम अब अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करने की तैयारी लगभग की जा चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शिलान्यास के अवसर पर इसका एलान करेंगे.
हालांकि उत्तर प्रदेश शासन के बड़े अफसर अभी इस पूरे मामले पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. मामला प्रधानमंत्री से जुड़ा होने के कारण अधिकारी इसकी जानकारी होने से ही इंकार कर रहे हैं. अपर मुख्य सचिव गृह विभाग व एक्सप्रेस-वे का निर्माण करने वाली एजेंसी यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी ने ईटीवी भारत से ऐसी जानकारी होने से इंकार किया है.
वहीं सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को नोएडा में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास करने वाले हैं और उसी दौरान यमुना एक्सप्रेसवे का भी नाम बदलने का काम किया जाएगा.
दरअसल, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में सियासी लाभ लेने को लेकर भारतीय जनता पार्टी हर स्तर पर अपनी चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाने का काम कर रही है. योगी सरकार में ब्राह्मणों की नाराजगी का मुद्दा लगातार हावी रहा है. ऐसे में इस वर्ग को लुभाने के लिए ब्राह्मण समाज के सर्वमान्य नेता पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम के सहारे बीजेपी अपनी चुनावी नैया पार करना चाहती है.