चंडीगढ़:15 जून को दिल्ली पुलिस ने महिला पहलवानों (Haryana Wrestlers Protest) के साथ हुए यौन शोषण मामले में चार्ज शीट दाखिल कर दी. पहलवान शिकायत देने वाले दिन से आरोपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं लेकिन उनको गिरफ्तार नहीं किया गया. पहलवानों ने अल्टीमटेम दिया था कि 15 जून तक बृजभूषण गिरफ्तार नहीं हुए तो फिर से आंदोलन होगा. पहलवानों ने दोबारा आंदोलन का ऐलान तो अभी तक नहीं किया लेकिन पहलवान विनेश फोगाट ने 16 जून की रात को न्याय की आस में एक ऐसा ट्वीट किया जो अब चर्चा में है. इस ट्वीट में पहलवानों की पीड़ा भी है, हैरानी भी और सत्ता के जुल्म के खिलाफ ललकार भी. ट्वीट के साथ विनेश ने हैशटैग किया है We Want Justice.
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विनेश की ट्वीट (Vinesh Phogat Tweet) की गई पुष्यमित्र उपाध्याय की इस कविता में तीन हिस्से हैं. तीनों हिस्सों का संदेश बेहद मार्मिक और मारक है. कविता का टाइटल है उठो द्रौपदी शस्त्र उठालो, अब गोविंद ना आयेंगे. विनेश ने इस इस कविता के जरिए मीडिया से लेकर सत्ता के सिपहसालारों तक को आइना दिखाया है. विनेश के ट्वीट में द्रौपदी की पीड़ा है, शकुनी का छल है और अंधे, गूंगे और बहरे राजा का भी जिक्र. आइये जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर विनेश के इस काव्य क्रांति का इशारा किसकी तरफ है.
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विनेश ने जो कविता ट्वीट की है, उसके पहले हिस्से में शकुनी के छल और बिके हुए मस्तक का जिक्र है. इसका पहलवानों के यौन शोषण के मामले को कमजोर करने के प्रयास, उन्हें खरीदने या फिर बाहुबल से तोड़ने की कोशिश से जोड़कर देखा जा रहा है. आंदोलन की अगुवाई करने वाले तीनों पहलवानों बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश ने कई बार आरोप लगाया कि आरोपी बृजभूषण सिंह अपने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल करके पीड़ितों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
विनेश फोगाट ने 9 जून को इन्हीं सब मामलो को लेकर एक ट्वीट किया था. इसमें उन्होंने साफ-साफ बृजभूषण शरण सिंह के बाहुबल और रसूख का जिक्र किया था. विनेश ने लिखा था- बृजभूषण की यही ताकत है. वो अपने बाहुबल, राजनीतिक ताकत और झूठे नैरेटिव चलवाकर महिला पहलवानों को परेशान करने में लगा हुआ है, इसलिए उसकी गिरफ्तारी जरूरी है. पुलिस हमें तोड़ने की बजाए उसको गिरफ्तार कर ले तो इंसाफ की उम्मीद है, वरना नहीं. महिला पहलवान पुलिस इन्वेस्टीगेशन के लिए क्राइम साईट पर गयीं थीं लेकिन मीडिया में चलाया गया कि वे समझौता करने गई हैं. विनेश की ट्वीट वाली कविता का पहला हिस्सा शायद यही दर्द बयां कर रहा है.
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