हैदराबाद : नवंबर महीने के लिये थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर ( WPI based Inflation) 14.23 फीसदी रही है, जो 12 सालों के उच्चतम स्तर पर है. यह अक्टूबर में 12.54 प्रतिशत थी, मंगलवार को वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला कि इस साल अप्रैल से ही थोक मूल्य सूचकांक में मुद्रास्फीति की दर दहाई अंक में बनी हुई है. पिछले आठ महीने से महंगाई लगातार बढ़ रही है. बता दें कि सोमवार को खुदरा बाजार में महंगाई दर की रिपोर्ट जारी हुई थी. नवंबर में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित रिटेल महंगाई 4.91 प्रतिशत हो गई है.
होलसेल प्राइस इंडेक्स या थोक मूल्य सूचकांक का मतलब उन कीमतों से होता है, जिस पर थोक बाजार में कारोबारी खरीद-बिक्री करते हैं. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मुख्य रूप से खनिज तेलों, बुनियादी धातुओं, कच्चे पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, रसायन उत्पादों और खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के कारण मुद्रास्फीति की उच्च दर बनी हुई है.