हैदराबाद : विश्व अंतरिक्ष सप्ताह प्रत्येक वर्ष 4 से 10 अक्टूबर तक मनाया जाता है. साइंस एंड टेक्नोलॉजी और मानव स्थिति की बेहतरी की दिशा में उनके योगदान और समर्पण का जश्न मनाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. विश्व अंतरिक्ष सप्ताह दुनिया का सबसे बड़ा वार्षिक अंतरिक्ष कार्यक्रम है. ये कार्यक्रम छात्रों को उनके भविष्य में कुछ बड़ा और अलग के लिए प्रेरित करता है, उनमें अतंरिक्ष के बारे में और अधिक जानने के लिए प्रेरित करता है. विश्व अंतरिक्ष सप्ताह लोगों को अंतरिक्ष गतिविधियों के बारे में शिक्षित करता है. साथ ही अंतरिक्ष आउटरीच और शिक्षा में वैश्विक सहयोग को भी बढ़ावा देता है.
विश्व अंतरिक्ष सप्ताह की शुरुआत :विश्व अंतरिक्ष सप्ताह को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 6 दिसंबर, 1999 को घोषित किया गया था. यह सप्ताह 4 अक्टूबर, 1957 को पहले मानव निर्मित पृथ्वी उपग्रह, स्पुतनिक -1 के प्रक्षेपण और 10 अक्टूबर, 1967 को बाहरी अंतरिक्ष संधि पर हस्ताक्षर की याद दिलाता है. विश्व अंतरिक्ष सप्ताह कार्यक्रम में अंतरिक्ष में रूचि रखने वाला कोई भी व्यक्ति भाग ले सकता है, साथ ही अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को भी शामिल कर सकता है. अंतरिक्ष में हर किसी के लिए जगह है.
बता दें, संयुक्त राष्ट्र की गतिविधियों का विस्तार से समर्थन करने के लिए स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी और उनके अनुप्रयोगों का तेजी से उपयोग किया जा रहा है. कम से कम 25 संयुक्त राष्ट्र संस्थाएं और विश्व बैंक समूह नियमित रूप से अंतरिक्ष अनुप्रयोगों का उपयोग करते हैं. स्पेस एप्लिकेशन्स संयुक्त राष्ट्र के काम में महत्वपूर्ण और कभी-कभी आवश्यक योगदान देते हैं, जिसमें प्रमुख विश्व सम्मेलनों और बाहरी अंतरिक्ष की खोज शामिल है.
विश्व अंतरिक्ष सप्ताह के लक्ष्य क्या हैं?
- स्पेस आउटरीच और शिक्षा के क्षेत्र में दुनिया में जागरूकता फैलाना और यूनिक उत्तोलन को बढ़ावा देना.
- स्पेस अन्वेषण के लाभों के बारे में विश्व स्तर पर लोगों को शिक्षित करना.
- युवाओं को साइंस एंड टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, कला और गणित से जोड़ना.
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अंतरिक्ष आउटरीच और शिक्षा में अंतराराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना.