हैदराबाद : हर साल 25 अप्रैल को विश्व पेंगुइन दिवस मनाया जाता है. विश्व पेंगुइन दिवस एडेली पेंगुइन के वार्षिक उत्तरी प्रवास के दौरान मनाया जाता है. यह पेंगुइन की एक प्रजाति है, जो अंटार्कटिका के मूल निवासी है. एडेली पेंगुइन व्यक्तिगत रूप से सर्दियों के महीनों के दौरान भोजन की बेहतर पहुंच के लिए उत्तर की ओर पलायन करते हैं और फिर गर्मियों के दौरान अंटार्कटिका के तटीय तटों पर अपने घोंसले बनाने के लिए लौटते हैं. यह आंतरिक प्रवासन पैटर्न पीढ़ियों से चला आ रहा है.
यह दिन लोगों को पेंगुइन के बारे में अधिक जानने के लिए प्रोत्साहित करता है और यह भी बताता है कि इको सिस्टम के लिए पेंगुइन महत्वपूर्ण क्यों हैं?
अंटार्कटिका से फॉकलैंड तक पेंगुइन प्रजातियां:-
धरती पर 17 पेंगुइन प्रजातियां हैं. इनमें से आठ सबसे प्रतिष्ठित अंटार्कटिका और इसके पास के द्वीपों के साथ- साथ दक्षिण जॉर्जिया के उप-अंटार्कटिक द्वीपसमूह और फॉकलैंड में रहती हैं.
इन आठ पेंगुइन प्रजातियों में से, दो विशेष रूप से अंटार्कटिक महाद्वीप (एम्परर पेंगुइन और एडिले पेंगुइन) पर रहते हैं, तीन उत्तरी अंटार्कटिका और उप-अंटार्कटिक द्वीप (चिंस्रैप्स, मैकारोनिस और गेंटोस) में रहते हैं, और पेंगुइन की तीन प्रजातियां उप-अंटार्कटिक (रॉकहॉपर, मेगालानिक्स और किंग) पर पाई जाती हैं.चिंता की बात यह है कि इन 17 मान्यता प्राप्त जीवित प्रजातियों में से 11 को दुर्लभ या लुप्तप्राय के रूप में सूचीबद्ध किया गया है.
पेंगुइन की विभिन्न प्रजातियों में से केवल दो एम्परर और एडिले वास्तव में अंटार्कटिक निवासी हैं.
एम्परर पेंगुइन से जुड़े तथ्य
अंटार्कटिक का ठंड माहौल एम्परर पेंगुइन के अच्छी तरह से पनपने के लिए अनुकूलित हैं. गर्मी को संरक्षित करने के लिए उनके पास पंखों की घनी दोहरी परत होती है -उनके पास लगभग 70 प्रति वर्ग इंच पंख होते हैं.
1.एम्परर पेंगुइन विश्व में पाए जाने वाले पेंगुइन की प्रजातियों में से सबसे बड़ी हैं, और सभी पक्षियों में से सबसे बड़ी हैं. वे लगभग 120 सेंटीमीटर (छह साल के बच्चे की ऊंचाई ) और लगभग 40 किलो वजन के होते हैं.
2. एम्परर पेंगुइन के बच्चे केवल अंटार्कटिका में पाए जाते हैं. वे अपने बच्चों को ज्यादातर तेज बर्फ पर ले जाते हैं और जमे हुए समुद्र पर एक अस्थायी मंच बनाते हैं, जो जमीन या बर्फ की शेल्वस से जुड़ा होता है. जन्म से वे अंटार्कटिक और उसके आसपास अपना पूरा जीवन बिताते हैं.
3. अंटार्कटिका में लगभग 5,95,000 वयस्क एम्परर पेंगुइन मौजूद हैं.
4. एम्परर पेंगुइन कालोनियों न को अंतरिक्ष से खोजा और गिना गया है. 2012 में ब्रिटिश वैज्ञानिकों के नेतृत्व में एक सर्वेक्षण ने प्रजनन स्थलों पर बर्फ पर छोड़े गए पू स्टेन से एम्परर कालोनियों की पहचान करने के लिए उपग्रह तकनीक का इस्तेमाल किया.माना जाता अब अंटार्कटिक में लगभग 54 एम्परर कॉलिनियां हैं. इनमें से लगभग आधे को उपग्रह सर्वेक्षण द्वारा खोजा गया है और इनमें से अधिकांश तक पहुंच नहीं जा सका है.
5. एम्परर पेंगुइन और एडिले पेंगुइन लंबे अंधेरे में दक्षिणी सर्दियों के महीनों के दौरान अपने अंडे सेते हैं. मादा मई या जून में एक ही अंडा देती है.
6. एम्परर पेंगुइन सर्द मौसम में बचने के लिए विशिष्ट रूप से अनुकूलित होते हैं जब तापमान एक -50 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है वो भी तेज हवाओं के साथ ऐसे में उन्के पंखों की दो परतें उन्हें गर्मी देती है. अन्य पेंगुइन की तुलना में एम्परर पेंगुइन के पास वसा और आनुपातिक रूप से छोटे चोंच और फ्लिपर्स का एक अच्छा भंडार होता है. एम्परर के पैरों में भी पंख होते हैं, इसलिए उनके टखनों में बहुत ठंड नहीं लगती है. उनके पैर बर्फीले परिस्थितियों के अनुकूल होते हैं, जिसमें विशेष वसा होता है, जो उन्हें बर्फ को से बचाता है.
7. एम्परर पेंगुइन पक्षी की गोताखोर होते हैं.