हैदराबाद : 13 नवंबर को हर साल विश्व दयालुता दिवस मनाया जाता है. सालाना इस आयोजन का उपयोग हर इंसान को जीवन में दयालुता की भावना को दैनिक जीवन में अपनाने के लिए के लिए प्रोत्साहित करता है. इसका उद्देश्य दयालुता के माध्यम से बेहतर समाज का निर्माण करना है, जिसमें एक-दूसरे का देखभाल करने के लिए सहानुभूति, समझ और सहयोग पैदा हो सके. अंततः इसका प्रसार समाज के हर कोने में हो.
क्या है इतिहास
विश्व दयालुता दिवस की शुरूआत 1997 को माना जाता है, जब विश्व दयालुता आंदोलन का उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया था. जापान के टोक्यो में सम्मेलन का आयोजन किया था. इसमें दुनिया भर से दयालुता के प्रति समान विचारधारा वाले संगठनों के सदस्यों को एक साथ लाने का प्रयास किया गया था. ऑस्ट्रेलिया, नाइजीरिया, कनाडा और संयुक्त अरब अमीरात समेत कई देशों से आयोजन में हिस्सा लिया. इस दौरान इसमें शामिल कई देशों ने 13 नवंबर को विश्व दयालुता दिवस मनाने पर सहमति दे दी. 1998 से इस दिन को वार्षिक उत्सव बना दिया गया.
दयालुता के सबसे सरल कार्य प्रार्थना में झुकने वाले हजारों सिरों से कहीं अधिक शक्तिशाली हैं. - महात्मा गांधी
'स्वयं के प्रति आलोचनात्मक होने की संभावना कम होती है और चिंतित और उदास होने की संभावना कम होती है, जो बदले में, अधिक जीवन संतुष्टि की ओर ले जाती है.' क्रिस्टन नेफ, मनोवैज्ञानिक
युद्ध व आपदा में मानवता का संदेश
युद्ध हो या आपदा, इस दौरान प्रभावित इलाके के लोगों के सामने भोजन, पानी, आश्रय सहित अन्य मूलभूत जरूरतों की आवश्यकता होती है. इसके लिए जरूरी है हम पीड़ित मानवता के लिए दयालु रहें. उन्हें हर संभव मदद करें. दोस्त-दुश्मन, गरीब-अमीर सहित अन्य किसी भी रूप में विभाजन न करें. जहां तक हो सके उनका मदद करें.
दयालु बनने के सरल तरीके
- किसी ऐसे मित्र या परिवार के सदस्य को धन्यवाद संदेश भेजें जिसका आपके जीवन में महत्व है.
- किसी ऐसे रिश्तेदार को कॉल करें जिससे आपने काफी समय से बात नहीं की है.
- किसी ऐसे व्यक्ति के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताएं जो अकेला हो.
- सोशल मीडिया पर सकारात्मक विचार और पोस्ट साझा करें.
- किसी बुजुर्ग व्यक्ति को उनका सामान उठाने में मदद करें.
- किसी की सराहना करना या किसी की तारीफ करना.
- किसी जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन दान करें.
- जब आप दूसरों के पास से गुजरें तो मुस्कुराएं.
- एक एनजीओ के साथ स्वयंसेवक के रूप सेवा दें.
- सामुदायिक सफाई गतिविधियों में हिस्सा लें.
- किसी अनाथालय या वृद्धाश्रम में जाएं.
- अपने कर्मचारियों को पुरस्कृत करें.
- पशु-पक्षियों को भोजन दें.
- किसी चैरिटी में पैसे दान करें.
- बेघर लोगों को कंबल दान करें.
- वंचित लोगों को कपड़े दान करें.
- किसी उद्देश्य के लिए चलना या दौड़ना.
- किसी नये व्यक्ति से बात करें.
- एक पालतू जानवर गोद लें.
- कृतज्ञता का अभ्यास करें.
- एक पौधा लगाइए.
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रक्त दान करें.