चेन्नई : एमए चिदंबरम स्टेडियम का माहौल सुबह से ही जोश से भरा हुआ है. दिन का तापमान 33 डिग्री तक रहने का अनुमान है और वातावरण में नमी 77 फीसदी तक बनी रह सकती है. ग्राउंड वर्कर्स पिच को सुरक्षित रखने के लिए बेहतर प्रयास कर रहे हैं. सुबह में पिच को ढंक कर रखा गया था ताकि धूप की वजह से उसमें क्रेक न आ जाए.
क्रिकेट में ड्यू (ओस) फैक्टर बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, और खासकर अक्टूबर और नवंबर महीने में यह बहुत ही परेशान करता है. चेन्नई और बेंगलुरु जैसे जगहों पर मैच हों, तो और अधिक सावधान रहने की जरूरत होती है.
सुबहृ-सुबह ग्राउंड पर दो वर्कर्स आए और वे अपने साथ पंप स्प्रे और एक कंटेनर लेकर आए थे. उन्होंने आउटफील्ड पर छिड़काव किया ताकि एक्स्ट्रा ड्यू को सोखा जा सके. आयोजकों ने वेन्यू मैनेजर्स को ग्रास क्र्यू कट को बरकरार रखने की सलाह दी. उन्होंने आउट फील्ड पर पानी छिड़कने से बचने को भी कहा, ताकि यह सूखा रहे. जाहिर है, आज के मैच में टॉस बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है.
जाहिर है कि जब भी भारत के खिलाड़ी मैदान पर होते हैं, तो पूरे मैदान में चहल-पहल, जोश और उत्साह ज्यादा दिखती है. सुबह आठ बजे से ही मैच देखने वालों की लाइन लगने लगी थी. लंबी-लंबी कतारों में लोग खड़े हो गए. टिकट खरीदने वाले क्रिकेट प्रशंसकों में निराशा भी दिख रही थी कि उन्हें टिकट मिलेगा या नहीं. जाहिर है, जब इतनी बड़ी भीड़ एकत्रित होगी, तो वैंडर्स कहां पीछे रहने वाले हैं. फील्ड के चारों ओर बाहर में कैप, प्लेकार्ड, स्टिकर और झंडा बेचने वालों की बड़ी संख्या देखी जा रही है. बड़ी संख्या में सुरक्षाबल भी मौजूद हैं. वे बहुत अधिक हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं, बस उनकी नजर इस पर है कि कहीं कोई भी चीज आउट ऑफ कंट्रोल न हो जाए.
चेन्नई में क्रिकेट को लेकर मैच प्रशंसकों के बीच कुछ ज्यादा ही जुनून देखने को मिलता है. जिन लोगों को टिकट नहीं मिला है, उनकी भी संख्या बहुत बड़ी है. हम यहां देख सकते हैं कि लोग बड़ी संख्या में आए हैं, और वे प्रार्थना कर रहे हैं कि उन्हें टिकट मिल जाए और जाहिर है इस दौरान थोड़ी बहुत धक्का-मुक्की और बहस बहुत ही आम है. चिलचिलाती गर्मी के बीच उनके माथे पर पसीना भी देखा जा सकता है.
इन प्रशंसकों के बीच मैच को लेकर भी बहस जारी है. कैसा रहेगा भारत का प्रदर्शन और ऑस्ट्रेलिया क्या कर सकता है. क्या शुभमन गिल खेलेंगे या नहीं, वगैरह -वगैरह. कुछ प्रशंसक मान रहे हैं कि ईशान किशन और सूर्य कुमार यादव को प्राथमिता मिलनी चाहिए.