हैदराबाद :कॉटन या सूती के कपड़े हमारे वार्डरोब में सबसे आम परिधानों में से एक है. कॉटन के कपड़े बहुत आरामदायक, हाइपोएलर्जेनिक, टिकाऊ और सांस लेने योग्य होते है. सूती कपड़े दुनिया भर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले कपड़ों में से एक है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक यह प्राकृतिक कपड़ा दुनिया भर में जीवन बदलने वाला उत्पाद है, क्योंकि 32 मिलियन उत्पादकों का भरण-पोषण करता है और 5 महाद्वीपों के 80 देशों के 100 मिलियन से अधिक परिवारों को लाभ पहुंचाता है.
लोगों का मुहैया कराता है रोजगार
कॉटन उद्योग महज कपड़े बनाने का ही काम नहीं करता बल्कि कई लोगों के लिए रोजगार भी मुहैया कराता है. कॉटन उद्योग महिलाओं सहित कई ग्रामीण और मजदूरों के लिए रोजगार और आय का भी एक स्रोत है. इसलिए पूरी दुनिया में इसका प्रचार और इसके महत्व को समझाने के लिए एक दिन निर्धारित किया गया है. जिसे 'कपास डे' या 'कॉटन डे' के रुप में मनाते हैं.
बता दें, विश्व कपास दिवस 'World Cotton Day' 2023 हर साल 7 अक्टूबर को पूरी दुनिया में मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य कपास के लाभों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना और कपास के उत्पादन से होने वाले फायदे को बताना होता है.
विश्व कपास दिवस का इतिहास
जानकारी के मुताबिक विश्व कपास दिवस की पहल 2019 में शुरू हुई, जब सब-सहारा अफ्रीका में चार कपास उत्पादकों- बेनिन, बुर्किना फासो, चाड और माली, जिन्हें कॉटन फोर के नाम से जाना जाता है, उन्होंने ने ही विश्व व्यापार संगठन को 7 अक्टूबर को विश्व कपास दिवस मनाने का प्रस्ताव दिया. जिसके बाद साल 2019 के बाद से हर साल यह दिन 7 अक्टूबर को सेलिब्रेट किया जाने लगा.