मेरठ: जिले के हापुड़ अड्डा चौराहे पर विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा का स्टैच्यू लगा है. इस स्टैच्यू के हाथ में पहले एक बड़ा भाला हुआ करता था. यह फाइबर का बना था. मंगलवार को यह भाला गायब हो गया. इसकी जगह लकड़ी का डंडा रख दिया गया. शहरभर में इसे लेकर चर्चाओंं का बाजार गर्म है. अहम बात ये है कि स्टैच्यू ऐसी जगह पर लगा है, जहां हमेशा कड़ा पहरा रहता है. मामले में अफसरों ने चुप्पी साध रखी है. पुलिस ने भी गेंद एमडीए के पाले में डाल दी है.
हापुड़ अड्डे पर है स्टैच्यू :स्पोर्टस सिटी के प्रमोशन के लिए शहर में नीरज चोपड़ा के स्टैच्यू कई चौराहों पर लगे हैं. हापुड़ अड्डे पर भी अलग-अलग मुद्राओं में चार स्टैच्यू लगाए गए हैं. इनमें से एक स्टैच्यू के हाथ में पहले फाइबर का एक खास भाला हुआ करता था. मंगलवार को लोगों की नजर स्टैच्यू पर पड़ी तो वे हैरान रह गए. स्टैच्यू में बड़े भाले की जगह लकड़ी का डंडा था. इस पर शहर में भाला चोरी होने की चर्चाएं होने लगीं. लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाने शुरू कर दिए. लोगों का कहना है कि भाला गायब होना पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर रहा है. इस जगह पर पुलिस हर समय मुस्तैद रहती है.
एमडीए ने दी सफाई : मेरठ विकास प्राधिकरण की तरफ से मामले में सफाई दी गई है. बताया गया कि विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा के स्टैच्यू का भाला चोरी होने की खबर सही नहीं है. पूर्व में जो भाला लगा था, वह अभी भी है. यह न तो चोरी हुआ है, और न ही इसे किसी तरह की क्षति पहुंचाई गई है. वहीं स्थानीय लोगों ने पूर्व में ली गई स्टैच्यू की तस्वीर में बड़ा भाला होने की बात कही है, जबकि अब भाला काफी छोटा है. यह भाला कम लकड़ी का डंडा ज्यादा लगता है. पहले यह बड़ा हुआ करता था. एमडीए के अधिशासी अभियंता ने प्रेस रिलीज जारी कर भले ही भाले के चोरी होने से इंकार किया हो, लेकिन स्टैच्यू की पहले और अब की तस्वीर में अंतर साफ देखा जा सकता है.