बेंगलुरु : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस.सोमनाथ ने बुधवार को कहा कि चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) की सफलता इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का नतीजा है. उन्होंने कहा कि यह सफलता 'बहुत बड़ी' और 'प्रोत्साहित करने वाली' है.
प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी भी दक्षिण अफ्रीका से ऑनलाइन माध्यम से इस जटिल मिशन के मुकाम तक पहुंचने के गवाह बनने के लिए जुड़े थे और उन्होंने भी वैज्ञानिकों की कोशिश की प्रशंसा की.
मिशन परिचालन परिसर में इसरो टीम को संबोधित करते हुए सोमनाथ ने कहा, 'माननीय प्रधानमंत्री ने मुझे फोन कॉल किया और अपनी शुभकामनाएं आप सभी को और आपके परिवारों को इसरो में किए गए आपके शानदार कार्य के लिए दी हैं. चंद्रयान-3 और ऐसे अन्य मिशन में सहयोग देने के लिए मैं उनको धन्यवाद ज्ञापित करता हूं. राष्ट्र के लिए हम जो प्रेरणादायक कार्य कर रहे हैं, उसे आगे बढ़ाने के लिए हमें प्रशंसा मिल रही है.'
सोमनाथ ने मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना करने वाले सभी लोगों का और इसरो के पूर्व प्रमुख ए एस किरन कुमार समेत अन्य वैज्ञानिकों का भी आभार जताया.
उन्होंने कहा, 'वे बहुत मददगार रहे, वे उस टीम का हिस्सा थे जो वैज्ञानिकों का आत्मविश्वास बढ़ाते थे. इससे वैज्ञानिक अपने काम की समीक्षा करते थे और सुनिश्चित करते थे कि कोई गलती न हो.'
इसरो ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर 'विक्रम' और 26 किलोग्राम वजनी रोवर 'प्रज्ञान' से लैस लैंडर मॉड्यूल की 'सॉफ्ट लैंडिग' कराने में सफलता हासिल की. भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ.
सोमनाथ ने रेखांकित किया कि यह इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का नतीजा है. उन्होंने कहा, 'यह वह यात्रा है जो चंद्रयान-1 से शुरू हुई थी, जो चंद्रयान-2 में भी जारी रही और चंद्रयान-2 अब भी काम कर रहा है और बहुत से संदेश भेज रहा है.'
सोमनाथ ने कहा, 'चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न बनाने के साथ चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 बनाने वाली पूरी टीम के योगदान को याद किया जाना चाहिए और धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'यह प्रोत्साहित करने वाली प्रगति है और निश्चित तौर पर बहुत बड़ी है.'
परियोजना निदेशक वीरमुथुवेल बोले, सफलता पूरी टीम के संयुक्त प्रयास का परिणाम:चंद्रयान-3 के परियोजना निदेशक पी वीरमुथुवेल ने बुधवार को कहा कि भारत के तीसरे चंद्र अभियान में प्रक्षेपण से लेकर लैंडिंग तक संपूर्ण मिशन का संचालन समयसीमा के अनुसार 'त्रुटिहीन तरीके से हुआ'
उन्होंने चंद्रयान-3 अभियान की सफलता के लिए पिछले चार वर्षों के दौरान पूरी टीम द्वारा किए गए संयुक्त प्रयास को श्रेय दिया. वीरमुथुवेल ने कहा, 'यह ख़ुशी का एक बड़ा क्षण है. अभियान के परियोजना निदेशक के रूप में इस लक्ष्य को प्राप्त करने पर टीम की ओर से मुझे अत्यधिक संतुष्टि मिली है. प्रक्षेपण से लेकर लैंडिंग तक संपूर्ण मिशन का संचालन समयसीमा के अनुसार त्रुटिहीन तरीके से हुआ.'