हरिद्वार (उत्तराखंड): अपने तय कार्यक्रम के अनुसार भारती महिला पहलवान आज अपने जीते मेडल गंगा में विसर्जित करने के लिए हरिद्वार पहुंची. जैसे ही महिला पहलवान नाई सोता घाट पहुंची वहां का माहौल इमोनशनल हो गया. महिला पहलवानो के चेहरों का दुख, लाचारगी और बेबसी देख हर कोई भावुक था. आखिर हो भी क्यों ना...एक खिलाड़ी की पहली और आखिरी मंजिल यही पदक होते हैं, जिन्हें आज से पहलवान गंगा में विसर्जित करने आई हैं.
महिला पहलवानों को मिला भावुक समर्थन: विनेश फोगाट और साक्षी मलिका अपने मेडल जिन्हें उन्होंने खून-पसीना एक करके अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जीता था उन्हें गंगा में विसर्जित करने हरिद्वार पहुंची. महिला पहलवानों के साथ जाट महासभा के कार्यकर्ताओं का हुजूम भी नाई सोता घाट पर पहुंचा. कार्यकर्ताओं का नेतृत्व जाट महासभा के अध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी कर रहे थे. इसके साथ ही उत्तराखंड कांग्रेस ने भी महिला पहलवानों का समर्थन किया. हरिद्वार के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता महिला पहलवानों को समर्थन देने के लिए उनके पास पहुंचे.
महिला कुश्ती में बड़ा नाम हैं विनेश फोगाट: विनेश फोगाट वो भारतीय पहलवान हैं जिन्होंने राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों दोनों में स्वर्ण जीते हैं. ऐसा करने वाली विनेश पहली भारतीय महिला पहलवान हैं. वह विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कई पदक जीतने वाली भी एकमात्र भारतीय महिला पहलवान हैं.