श्रीनगर :केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के लाल बाजार इलाके में रहने वाली 35 वर्षीय गुलशन इरफान शाह अपने पति की मौत के बाद अब अपने ही घर में अजनबी हो गई हैं. पिछले साल कैंसर के कारण पति की मौत के बाद से ससुराल वालों की प्रताड़ना और आरोपों को सहते हुए गुलशन न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही हैं.
गुलशन ने ईटीवी भारत को बताया, 'मेरे पति की कैंसर से मृत्यु हो गई. मैं इलाज के लिए दिल्ली गई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और पिछले साल सितंबर में वह इस दुनिया से चले गए.' उन्होंने अपने ससुराल वालों पर आरोप लगाया कि उनको ससुराल वालों से कोई मदद नहीं मिली. मुश्किल के इस दौर में उनके साथ उनके माता-पिता और पति के दोस्त ही हैं.
पति की मौत के बाद ससुराल ने भेजी चेतावनी
गुलशन ने बताया कि 'मेरे पति की मृत्यु के एक सप्ताह के भीतर, मेरे ससुराल वालों ने मेरे नाम से चेतावनी भेजी. एक गृहिणी होने के नाते मुझे इसका मतलब समझ नहीं आया. हालांकि, जब मुझे पता चला तो मेरे होश उड़ गए. '
सीसीटीवी से निगरानी
रोते हुए गुलशन ने बताया कि 'उस दिन के बाद से मेरे दुखों का अंत नहीं हुआ है. मेरे ससुराल वाले मुझे परेशान करने के लिए सभी तरह के आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने मुझे और मेरे बच्चों को स्टील की छड़ से पीटा है. मुझ पर सीसीटीवी के माध्यम से लगातार नजर रखी जाती है. मेरा जीवन नरक बन गया है.
मायके से मिल रही है आर्थिक मदद
दो बच्चों की मां गुलशन ने ससुराल वालों पर आरोप लगाते हुए कहा कि ससुराल वाले गुलशन और उनके बच्चों के अधिकारों का सम्मान नहीं करते हैं. वह बच्चों को संपत्ति के अधिकार से वंचित कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि 'मेरे माता-पिता और भाई-बहन आर्थिक रूप से हमारी मदद कर रहे हैं और मुझे नहीं पता कि कब तक चल पाएगा.'
अदालत के चक्कर
गुलशन कहती हैं कि जब उनके सामने सभी रास्ते बंद हो गए तो उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा. वह कहती हैं, 'मामला अदालत में है, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. पहली सुनवाई के दौरान वकील अनुपस्थित थे, दूसरी सुनवाई के दौरान मेरा वकील देर से आया और तीसरी सुनवाई के दौरान जज अवकाश पर थे.'