कोच्चि: केरल के पिरावम, एर्नाकुलम की रहने वाली श्रुति एक दशक से प्रत्यारोपित हृदय के साथ सामान्य जीवन जी रही हैं. ऑपरेशन के माध्यम से कोट्टायम के रहने वाले लालिचन का दिल श्रुति को दिया गया था, जिसको अब 10 साल पूरे हो चुके हैं. 34 वर्षीय श्रुति राज्य में प्रत्यारोपित हृदय वाली सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाली व्यक्ति बन गईं. उनकी हृदय प्रत्यारोपण सर्जरी 13 अगस्त 2013 को कोच्चि के एक अस्पताल में की गई थी.
अब श्रुति अपने घर के पास ही ब्यूटीशियन का काम करती हैं. यहां के रहने वाले शशिंद्रन और शांता की बेटी डाइलेटेड कार्डियोमायोपैथी से पीड़ित थीं, जिसमें दिल तेजी से फैलता है. इन सबके अलावा श्रुति का जन्म एक किडनी के साथ हुआ था. 13 अगस्त 2013 को, कोट्टायम के वज़ापिल्ली के रहने वाले जोसेफ मैथ्यू (लालिचन) को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था. जब परिजन अंगदान के लिए तैयार हो गए, तो प्रक्रियाएं पूरी होने के एक घंटे से भी कम समय बाद दिल को पुलिस एस्कॉर्ट के साथ कोट्टायम से एर्नाकुलम के अस्पताल लाया गया.