बैतूल :बैतूल में उत्तर प्रदेश के आगरा से नर्सिंग की परीक्षा देने आई महिला को दो परीक्षा से गुजरना पड़ा. नर्सिंग की परीक्षा देने के दौरान ही जब डिलीवरी पेन शुरू हुआ तो 18 फरवरी को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया.
जहां उसने एक स्वस्थ बालिका को जन्म दिया. बैतूल के जिला अस्पताल में उनकी बेटी की किलकारी पहली बार गूंजी, इसलिए उन्होंने बैतूल को हमेशा याद रखने के लिए अपनी बेटी का नाम इसी शहर के नाम पर रख दिया.
वह 17 फरवरी को सुबह आगरा से ट्रेन में सवार होकर वह बैतूल पहुंची थीं. नर्सिंग की परीक्षा राजा भोज कॉलेज बैतूल में देने के बाद 18 फरवरी को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई तो जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. दोपहर 2.55 पर स्वस्थ बालिका ने जन्म लिया.
नर्स बनने का जुनून
बेटी को जन्म देने के बाद महिला ने 19 एवं 20 फरवरी को निर्सिंग की परीक्षा दी और 24 फरवरी को प्रायोगिक परीक्षा देने के बाद गुरुवार 25 फरवरी को अपनी बेटी को लेकर घर रवाना हुईं.
आगरा के मालपुरा में रहने वाली कुसमा के पति मनोज बघेल ने बताया कि उसके पति दूध की दुकान लगाते हैं और वह भी परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए नर्स बनना चाहती है.
कुसमा का कहना है कि जिला अस्पताल में इतना सहयोग मिला कि परिवार की कमी महसूस नहीं हुई. इसलिए यह शहर उन्हें हमेशा याद रहेगा. अपनी बेटी का नाम बैतूल भी उन्होंने इसलिए रखा है कि वह चाहकर भी इस शहर को न भूले.