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कानपुर चिड़ियाघर में टॉय ट्रेन से कटकर महिला टीचर की मौत, बेटी बोली- ड्राइवर ने सुन लिया होता तो मां बच जाती

कानपुर चिड़ियाघर में एक महिला की टॉय ट्रेन से कटकर मौत हो गई. महिला अपनी बच्ची के साथ जू में आई थी. पुलिस शव को पोस्टमार्टम पर भेजकर मामले की जांच कर रही है.

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Published : Nov 26, 2022, 7:22 PM IST

Updated : Nov 26, 2022, 7:35 PM IST

कानपुर: प्राणी उद्यान में शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया. पिकनिक मनाने आयी सरकारी टीचर की टॉय ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो गई. महिला अपनी बच्ची के साथ आई थी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

जानकारी देते सहायक आयुक्त विकास पांडेय.

चिड़ियाघर रेंज अफसर दिलीप गुप्ता के अनुसार कानपुर जू में अंजू शर्मा नाम की सरकारी टीचर अपनी छोटी बेटी के साथ घूमने आयी थी. जू में टॉय ट्रेन में चढ़ने के दौरान छोटी बेटी के साथ अंजू भी बैठने की कोशिश कर रही थी. तभी उनकी साड़ी ट्रेन के पहिए में फंस गई. इतने में ही अचानक से ट्रेन चल दी. अंजू की साड़ी पहिए में फंसे होने के कारण वह टॉय ट्रेन के नीचे आ गिरी. तभी टॉय ट्रेन अंजू के ऊपर से गुजर गई.

चिड़ियाघर रेंज अफसर दिलीप गुप्ता ने बताया कि इस भीषण दर्दनाक हादसे की सूचना पर जू के प्रशासनिक अफसर और डॉक्टर मौके पर पहुंचे. घायल अवस्था में अंजू को लेकर शहर के एल एल आर अस्पताल गए. जहां डॉक्टरों ने अंजू को मृत घोषित कर दिया. मौके पर पहुंची नवाबगंज पुलिस जांच में जुटी है. इंस्पेक्टर नवाब गंज का कहना है मामले की जांच की जा रही है. अगर किसी की भी लापरवाही सामने आती है, तो कार्रवाई जरूर की जाएगी. हालांकि, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

अस्पताल में मौजूद परिजन.

बेटी बोली- ड्राइवर से कहा था रोक दो ट्रेन लेकिन नहीं सुनाःवहीं, एलएलआर अस्पताल में पत्रकारों से बात करते हुए मृतका की बेटी ने कहा है कि जैसे ही उनकी मां ट्रेन की ओर आ रही थीं, तो वह बीच में लगे एक खंभे से पहले टकरा गईं. जब तक खुद को संभालते हुए ट्रेन में चढ़तीं तो ट्रेन चल दी. उसके बाद उसने ड्राइवर को ट्रेन रोकने के लिए कई आवाजें दीं, लेकिन नहीं रोकी. वह ड्राइवर को ट्रेन रोकने के लिए कह रही थी, लेकिन ट्रेन नहीं रोकी और मां पहियों के नीचे आ गईं. जिससे घायल होने के बाद उनकी मौत हो गई.

पुलिस संग कराएंगे जांच:इस पूरे मामले पर जू निदेशक केके सिंह ने कहा कि जब शिक्षिका अंजू ने चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया तो ट्रेन प्लेटफार्म से चल चुकी थी. महज दो से तीन मीटर ही ट्रेन चली. हालांकि, लोहे के पहिए होने के चलते वह नीचे दब गईं और बुरी तरह घायल हो गईं. वहीं, जब टॉय ट्रेन चलती है तो बच्चे बहुत तेज आवाज करते हैं. इस वजह से ड्राइवर को सुनाई नहीं पड़ा. ट्रेन का संचालन राज कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है और शनिवार को राज नाम का ड्राइवर ही ट्रेन चला रहा था. उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और जू प्रशासन हर बिंदु की जांच कराएगा. वहीं, जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.

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Last Updated : Nov 26, 2022, 7:35 PM IST

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