श्योपुर। जिले के सरकारी अस्पताल से बड़ी ही दर्दनाक घटना सामने आई है. जिस घर में खुशियों ने दस्तक दी ही थी वहां अब मातम का माहौल है. जिला अस्पताल में प्रसव के 2 दिन बाद बाथरूम में फिसलकर गिरने से एक महिला की मौत (Woman Dies After Falling In Hospital Bathroom) हो गई है. वहीं परिजनों ने अस्पताल में प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों का आरोप है कि बाथरूम में गंदगी और पानी भरा होने के चलते यह घटना हुई है (sheopur family accused government hospital). वहीं मौके पर मौजूद बीजेपी जिला उपाध्यक्ष ने भी अस्पताल प्रबंधन पर गैर जिम्मेदाराना रवैये पर आरोप लगाया है, हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने महिला की मौत की वजह कुछ और ही बताई है (doctor said cause of death due to heart attack).
अस्पताल में बाथरूम में फिसलने से महिला की मौत बाथरूम जाते वक्त फिसलकर गिरने से महिला की मौत:यह घटना श्योपुर जिला अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड के टॉयलेट की है. बताया जा रहा है कि बोलाज गांव निवासी काजल आदिवासी का जिला अस्पताल में 2 दिन पहले प्रसव हुआ था. महिला की हालात गंभीर थी, फिर भी उसे मेटरनिटी के आईसीयू वार्ड में भर्ती नहीं किया गया, क्योंकि अस्पताल प्रबंधन ने 8 बेड वाले इस आईसीयू वार्ड में ताला लगा रखा है. अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से उसे मेटरनिटी के जनरल वार्ड में भर्ती कर रखा था. महिला के साथ एक बुजुर्ग महिला अटेंडर थी, जो सुबह चाय लेने के लिए अस्पताल से बाहर गई थी. इस दौरान टॉयलेट जाते समय फिसलकर गिरने से महिला की मौत हो गई.
डॉक्टरों की लापरवाही से प्रसूता की गई जान, पेट में शिशु की मौत से फैल गया था इंफेक्शन
आईसीयू वार्ड में प्रबंधन ने लगा रखा है ताला:खास बात यह है कि महिला को हार्ट की समस्या थी और इस तरह की महिलाओं के लिए मेटरनिटी वार्ड के पास अलग से 8 बेड वाला आईसीयू वार्ड भी बनाया गया है, लेकिन उस पर ताला लगा रखा है. घटना के बाद जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि महिला को हार्ट की दिक्कत थी तो आईसीयू का ताला क्यों नहीं खुलवाया गया. वहीं मौके पर मौजूद बीजेपी जिला उपाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह जाट का कहना है कि अस्पताल स्टाफ की लापरवाही की वजह से महिला की मौत हुई है (BJP district vice president accused the hospital). महिला गंभीर रूप से बीमार थी. अस्पताल में ऐसे मरीजों के लिए बनाए गए आईसीयू को अस्पताल प्रबंधन ने बंद करवा कर रखा है. जो कि घोर लापरवाही है. इसका खामियाजा एक महिला की मौत से चुकाना पड़ा.
अस्पताल प्रबंधन की सफाई:वहीं मामले में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ दिलीप सिंह सिकरवार का कहना है कि महिला में ब्लड की कमी थी. उसको दूसरी भी दिक्कतें थी, उसकी मौत फिसलकर गिरने की वजह से नहीं बल्कि, अटैक आने से हुई है (doctor said cause of death due to heart attack). महिला को हार्ट की प्रॉब्लम थी, तो उसे आईसीयू में भर्ती क्यों नहीं किया गया तो इस सवाल पर कहा कि डॉक्टर इस तरह की सलाह देते तो उसे जरूर भर्ती किया जाता, लेकिन डॉक्टर ने यह नहीं बताया कि उन्होंने आईसीयू वार्ड पर ताला लगा रखा है. उनका कहना है कि, मौत किन कारणों से हुई है इसकी जांच की जा रही है.