बिहार में बाघ के हमले में महिला की मौत बगहा: बिहार के बगहा में एक महिला पर बाघ ने हमला कर दिया, जिससे वो बुरी तरह घायल हो गई, बाद में उसकी मौत हो गई. घटना के बाद वन विभाग के खिलाफ स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश है, वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
महिला पर बाघ ने किया हमलाः बताया जाता है कि महिला बगहा के रामनगर के बखरी की रहने वाली थी, जो मवेशी चराने जंगल किनारे गई थी. इसी दौरान गोवर्धना वन क्षेत्र के पिडारी गांव के पास बाघ ने आकर उसपर अचानक हमला कर दिया. एसएसबी कैंप के पास सरेह में बाघ महिला पर हमला कर उसे जंगल के अंदर ले भागा. फिलहाल वन विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी है, उधर विभाग के लोगों के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश भी काफी दिख रहा है.
जंगल से खोजकर निकाला गया शवः महिला की पहचान बखरी निकासी चिल्होरिया देवी के रूप में हुई है. रविवार की दोपहर वो अपने मवेशियों को एसएसबी कैंप मंडिहा से 100 मीटर उत्तर में जंगल के पास खेत में चराने ले गई थी. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उसी दौरान बाघ वहां कहीं से आ गया और महिला को खींचते हुए जंगल में ले गया. बाद में चार से पांच घंटे तक चली छानबीन में महिला का शव जंगल के भीतर से निकाला गया. महिला की उम्र 50-55 साल बताई गई है.
"वो मवेशी चराने के बाद शाम को लौटने वाली थी. जब वह अपने भैंस को वापस जंगल किनारे से लेकर गांव की तरफ लौटा रही थी, तभी बाघ ने उस पर हमला कर दिया और जंगल के भीतर खींच के ले गया. मौके पर मौजूद अन्य चरवाहों ने देखकर शोरगुल किया तो ग्रामीण जंगल के भीतर उसे खोजने गए. चार से पांच घंटे तक छानबीन के बाद उनका शव जंगल के भीतर से मिला"- रंजित उरांव, मृतका का भतीजा
बाघ को खोजने में लगा रेस्क्यू दलः सूचना के बाद वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वन संरक्षक डॉक्टर नेशामणि के निर्देश पर वनकर्मियों के साथ विशेष रेस्क्यू दल भेजा गया, जो बाघ के मूवमेंट का पता लगा रहे हैं. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश है. ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है. आपको बता दें कि VTR के इलाके से निकलकर अक्सर बाघ इंसान और मवेशियों पर हमला कर देते हैं. जिसमें कई जानें जा चुकी हैं.
VTR में बाघ अपने बच्चे के साथ इस समय VTR में हैं 52 बाघः देश में बाघों के संरक्षण के लिए वर्ष 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर शुरू किया गया था. तब देश में मात्र 8 अभयारण्य थे. अभी इनकी संख्या 53 हो चुकी है. उन्हीं में एक है, बगहा का वाल्मीकि टाइगर रिजर्व, जहां बाघों की संख्या 52 है. साल 2018 में इनकी तादाद 23 ही थी. करीब 900 वर्ग किलोमीटर में फैले VTR का इलाका इंडो नेपाल सीमा के वाल्मीकिनगर से बेतिया तक है. इसे दो डिवीजन और 8 वन क्षेत्र में बांटा गया है.
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