नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र 2022 की शुरुआत आज से हो रही है. इस सत्र में केंद्र सरकार की 16 नए विधेयक पेश करने की है. जिनमें बहु-राज्यीय सहकारी समितियों में जवाबदेही बढ़ाने और चुनावी प्रक्रिया में सुधार से संबंधित विधेयक शामिल हैं. आगामी सत्र में राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग विधेयक भी पेश किए जाने की संभावना है. इस विधेयक में राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग की स्थापना और दंत चिकित्सक कानून, 1948 को निरस्त करने का प्रस्ताव है.
लोकसभा में दोबारा कार्रवाई शुरु होते ही विपक्ष की ओर से हंगामा शुरू हो गया. कांग्रेस के तरफ से मन्निकम टैगोर ने एम्स साइबर हैकिंग पर स्थगन प्रस्ताव दिया था. विपक्ष के तरफ के कई स्थगन प्रस्ताव दिए गए हैं. लोकसभा स्पीकर ने कहा कि वो किसी भी स्थगन प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दे रहे. अधीर रंजन चौधरी ने स्पीकर से कहा कि लोकसभा की सभी परंपराओं को तोड़ दिया गया है. एक भी पार्लियामेंट्री कमिटी का चेयरमैन विपक्षी दलों को नहीं दिया गया.
इधर, राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ का स्वागत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उपराष्ट्रपति किसान पुत्र हैं और उन्होंने सैनिक स्कूल में पढ़ाई की है. इस प्रकार वह जवानों और किसानों के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं. मैं इस सदन के साथ-साथ राष्ट्र की ओर से सभापति को बधाई देता हूं. आप संघर्षों के बीच जीवन में आगे बढ़ते हुए इस मुकाम पर पहुंचे हैं, यह देश के कई लोगों के लिए प्रेरणा है. आप सदन में इस महती पद की शोभा बढ़ा रहे हैं. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने ज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ के स्वागत में कहा कि मेरे बारे में कोई राय मत बनाना ग़ालिब मेरा वक़्त भी बदलेगा मेरी राय भी बदलेगी. सदन को पहले दिन विदेश मंत्री एस जयशंकर संबोधित करेंगे. इधर, एम्स दिल्ली के सर्वर पर हुए साइबर हमले पर चर्चा के लिए कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया.
राज्यसभा में जद (एस) सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने कहा कि मैं इस सदन का एकमात्र सदस्य हूं जिसका पिछले 20 वर्षों का कड़वा अनुभव रहा है. बोलने का मौका मिलना बहुत मुश्किल है. दोनों सदनों का फैसला कि एक भी सदस्य 2-3 मिनट (बोलने के लिए) से ज्यादा नहीं ले सकता, यह एक कड़वा अनुभव है.
शीतकालीन सत्र 2022 के शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने पत्रकारों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र का पहला दिन है. यह महत्वपूर्ण है क्योंकि हम 15 अगस्त से पहले मिले थे. 15 अगस्त को आजादी के 75 साल पूरे हुए और हम आजादी का अमृत काल में आगे बढ़ रहे हैं. हम ऐसे समय में मिल रहे हैं जब भारत को जी20 की अध्यक्षता करने का अवसर मिला है.
इसके साथ ही राष्ट्रीय नर्सिंग आयोग संबंधी विधेयक भी पेश किए जाने की संभावना है. जिसमें राष्ट्रीय नर्सिंग आयोग (एनएनएमसी) स्थापित करने एवं भारतीय नर्सिंग परिषद कानून 1947 को निरस्त करने का प्रस्ताव है. लोकसभा बुलेटिन के अनुसार, बहु-राज्यीय सहकारी समितियां (संशोधन) विधेयक, 2022 को सहकारी समितियों में शासन को मजबूत करने, पारदर्शिता व जवाबदेही बढ़ाने और चुनावी प्रक्रिया में सुधार के उद्देश्य से पेश किया जा रहा है.
शीतकालीन सत्र 2022 के दौरान छावनी विधेयक, 2022 एक और मसौदा कानून है जिसे पेश किए जाने की संभावना है. इस विधेयक के उद्देश्यों में छावनियों में 'जीवन की सुगमता' को बढ़ाने का प्रस्ताव भी शामिल है. इस दौरान पेश किए जाने वाले विधेयकों की सूची में पुराना अनुदान (विनियमन) विधेयक, वन (संरक्षण) संशोधन विधेयक, तटीय जलकृषि प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक आदि भी शामिल हैं.
आरक्षण, सीमा और आर्थिक हालात के मुद्दों पर चर्चा की मांग करेगी कांग्रेस : कांग्रेस ने फैसला किया है कि वह संसद के शीतकालीन सत्र 2022 के दौरान सीमा पर हालात, अर्थव्यवस्था की स्थिति और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए आरक्षण जैसे विषयों पर चर्चा की मांग करेगी. हालांकि, राहुल गांधी समेत इसके कई नेताओं के भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के कारण संसद सत्र में भाग लेने की संभावना नहीं है. कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर पार्टी के संसदीय रणनीति समूह की बैठक हुई. इसमें पार्टी ने यह निर्णय भी लिया कि देश में संवैधानिक संस्थाओं को 'कमजोर' करने के मुद्दे को भी उठाया जाएगा.
संसद सत्र सात दिसंबर से शुरू होगा और इसमें कांग्रेस ने सरकार को चीन के साथ सीमा के मुद्दे, अर्थव्यवस्था के हालात और ईडब्ल्यूएस आरक्षण जैसे विषयों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि संसद के 17 दिनी सत्र के लिए उनकी पार्टी की ओर से ये बड़े मुद्दे सामने आये हैं. उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच पिछले 22 महीने से तनाव है और संसद में इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई है. कांग्रेस चाहेगी कि इस विषय पर संसद में चर्चा हो.
बैठक में रमेश के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, वरिष्ठ पार्टी नेता पी चिदंबरम, के सी वेणुगोपाल, मनीष तिवारी, के सुरेश और मणिकम टैगोर आदि शामिल हुए. कांग्रेस संसद सत्र में महंगाई और रुपये के गिरते मूल्य के विषय के साथ वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिक होने के मुद्दे को भी उठाएगी. रमेश ने बताया कि कांग्रेस अगले दो-तीन दिन में विपक्ष के नेताओं से बातचीत करेगी तथा इन विषयों पर संसद में चर्चा के लिए संयुक्त रणनीति की वकालत करेगी.