नई दिल्ली: भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के नजदीक नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिसमें 'दोनों पक्षों के जवान मामूली रूप से घायल हो गए.' भारतीय सेना के मुताबिक पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच 30 महीने से अधिक समय से जारी सीमा गतिरोध के बीच पिछले शुक्रवार को संवेदनशील क्षेत्र में LAC पर यांग्त्से के पास झड़प हुई.
भारतीय थलसेना ने एक बयान में कहा, हमारे सैनिकों ने चीनी सैनिकों का दृढ़ता के साथ सामना किया. इस झड़प में दोनों पक्षों के कुछ जवानों को मामूली चोटें आईं. सेना ने ये भी कहा, दोनों पक्ष तत्काल क्षेत्र से पीछे हट गए. इसके बाद हमारे कमांडर ने स्थापित तंत्रों के अनुरूप शांति बहाल करने के लिए चीनी समकक्ष के साथ 'फ्लैग मीटिंग' की. सेना के छह जवानों को गुवाहाटी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
राजनाथ के बयान से संतुष्ट नहीं विपक्ष, किया वॉकआउट
राज्य सभा में राजनाथ सिंह ने तवांग झड़प पर बयान दिया जिसके बाद विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट किया है. विपक्ष राजनाथ के बयान से संतुष्ट नहीं दिखे. कांग्रेस से लेकर टीएमसी और एआईएमआईएम ने वॉकआउट किया.
किस हैसियत से अमित शाह बोले... - अधीर रंजन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जब 12 बजे गृह मंत्री के बयान दिए जाने की बात की गई तो किस हैसियत से गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही बोल दिया कि कुछ नहीं हुआ सीमा पर? रक्षा मंत्री खुद की रक्षा नहीं कर पा रहे हैं.
11 दिसंबर को हुई फ्लैग मीटिंग की: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा, इस घटना के पश्चात, एरिया के लोकल कमांडर ने 11 दिसंबर 2022 को अपने चीन काउंटपार्ट के साथ स्थापित व्यवस्था के तहत एक फ्लैग मीटिंग की और इस घटना पर चर्चा की. राजनाथ ने आगे कहा कि मैं इस सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सेनाएं हमारी भौमिक अखंडता को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और इसके खिलाफ किसी भी प्रयास को रोकने के लिए सदैव तत्पर हैं. मुझे विश्वास है कि यह सदन हमारी सेनाओं की वीरता और साहस को एक स्वर से समर्थन देगा. राजनाथ ने बताया कि चीनी पक्ष को इस तरह के एक्शन के लिए मना किया गया और सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए कहा गया. इस मुद्दे को चीनी पक्ष के साथ कूटनीतिक स्तर पर भी उठाया गया है.
शाह ने विपक्ष की निन्दा की
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लोकसभा में आज विपक्ष ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया. उन्होंने कहा, "मैं इस कृत्य की निंदा करता हूं. संसदीय कार्य मंत्री ने साफ कहा कि रक्षा मंत्री संसद में इस (तवांग फेसऑफ) पर बयान देंगे."