मुंबई :मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Shiv Sena chief Uddhav Thackeray ) भी कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) द्वारा बुलाई गई विपक्ष की बैठक में शामिल हुए. विश्लेषकों का कहना है कि इस बैठक में उद्धव ठाकरे की मौजूदगी इस बात का स्पष्ट संकेत है कि आने वाले चुनाव में शिवसेना कांग्रेस का हाथ थामेगी.
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 20 अगस्त को विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाई गई थी. बैठक में करीब 19 पार्टियों के नेताओं ने भाग लिया. इनमें कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना, तृणमूल कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, लोकतांत्रिक जनता दल, जेडीएस, रालोद, केरल कांग्रेस मनी, पीडीपी, डीएमके, एआईयूडीएफ और वीसीके शामिल हैं.
इस बैठक से सोनिया ने विपक्षी दलों से 2024 के लोकसभा चुनाव (2024 Lok Sabha elections) के लिए साथ आने की अपील की. बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि विपक्षी दलों को एकता चाहिए, देश में मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए विपक्ष की एकता जरूरी है.
ठाकरे ने कहा, 'अगर सभी विपक्षी दल (opposition parties) एक साथ आते हैं, तो हम केंद्र को एक विकल्प दे सकते हैं. हमें इस बारे में लोगों को विश्वास दिलाना होगा.'
इतना ही नहीं महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा के साथ महाविकास अघाड़ी की सरकार (Mahavikas Aghadi government) बनने के बाद भी शिवसेना की ओर से यूपीए में शामिल होने पर कोई टिप्पणी नहीं की गई.
हालांकि, विपक्ष की बैठक में उद्धव ठाकरे की मौजूदगी के बाद चर्चा शुरू हो गई है कि शिवसेना अब यूपीए में शामिल होगी.