हैदराबाद : विराट कोहली ने वर्ल्ड कप के बाद भारत की टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने की घोषणा की है. अपने ट्वीट में कोहली ने दावा किया है कि उन्होंने यह फैसला बहुत सोच समझकर लिया है. उन्होंने कहा कि वर्कलोड को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. वह एक बल्लेबाज के रूप में पुराने फॉर्म को हासिल करना चाहते हैं. टेस्ट और वनडे क्रिकेट में टीम का नेतृत्व करने के लिए खुद को स्पेस देने की जरूरत है, इसलिए वह टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ रहे हैं. बीसीसीआई के सचिव जय शाह और अध्यक्ष सौरव गांगुली ने जिस तरह प्रतिक्रिया दी, उससे किसी तरह के दबाव नहीं लगता है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने कहा कि विराट कोहली भारतीय क्रिकेट के एक बड़े खिलाड़ी हैं. वह तीनों प्रारूपों में भारत के सबसे कामयाब कप्तानों में शामिल हैं. उनका फैसला भविष्य के रोडमैप को देखते हुए किया गया है.
हर्षा भोगले ने उठाए सवाल, गावस्कर भी सहमत नहीं
वर्ल्ड कप के मुकाबले 17 अक्टूबर से 14 नवंबर तक होने हैं.कई आलोचक टी-20 वर्ल्ड कप से पहले कप्तानी छोड़ने के फैसले को गैरजिम्मेदाराना भी मानते हैं. उनका मानना है कि कोहली पर बतौर कप्तान आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीतने के चलते भी दबाव बढ़ रहा था. इस फैसले के ऐलान के बाद कोहली ने जीत हार से खुद को अलग कर लिया है. एक चैनल के साथ बातचीत में सुनील गावस्कर ने कहा है कि जब भी किसी कप्तान ने ऐसा किया है, उसकी टीम टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई है. हर्ष भोगले समेत कई लोग यह भी जानना चाह रहे हैं कि अगर वर्कलोड ही कम करना था तो विराट ने आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की कप्तानी क्यों नहीं छोड़ी?
रोहित-विराट में मतभेद का असर तो नहीं
टीम इंडिया के दौरों के बीच उपकप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली के बीच मतभेद की चर्चाएं आम होती रही हैं. हालांकि कोच रवि शास्त्री समेत बीसीसीआई ऑफिशियल अफवाह बताकर इसका खंडन करते रहे हैं. एक कहानी यह भी है कि विराट कोहली ने सिलेक्टर्स को रोहित शर्मा को उपकप्तानी से हटाने का प्रस्ताव दिया था. विराट ने दलील दी थी कि रोहित 34 साल के हैं, इसलिए उनके करियर को देखते हुए टीम को नए उपकप्तान की जरूरत होगी. विराट के प्रस्ताव को सिलेक्टर्स ने खारिज कर दिया था.
Photo courtesy - BCCI twitter
टी-20 में रोहित शर्मा का रिकॉर्ड बेहतर
क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में रोहित का रेकॉर्ड कोहली के मुकाबले बेहतर है. 2013 से रोहित शर्मा के नेतृत्व में मुंबई इंडियंस की टीम पांच आईपीएल खिताब जीत चुकी है. जबकि विराट की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की टीम एक बार भी फाइनल में नहीं पहुंची है. इसके अलावा कैप्टन विराट की टीम ने अभी तक कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता है. अब बात करें रिकॉर्डस की. विराट कोहली टी-20 में अब तक 45 मैचों में कैप्टन रहे हैं, इनमें 27 में टीम को जीत मिली. 14 मैचों में भारतीय टीम हार गई. 4 मैचों का कोई नतीजा नहीं निकला. रोहित शर्मा टीम इंडिया के लिए टी-20 के19 मैचों में कैप्टन रहे. इनमें 15 मैच भारत ने जीते, जबकि 4 में टीम को हार मिली.
Photo courtesy - BCCI twitter
कहीं यह धोनी इफेक्ट नहीं :भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी टी-20 वर्ल्ड कप मुकाबलों के लिए भारतीम टीम के मेंटॉर बनाए गए हैं. धोनी के इस नए रोल के साथ टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ियों के साथ कप्तान को भी तालमेल बैठाना होगा. अगर भारत टूर्नामेंट जीतता है तो इसका क्रेडिट भी कप्तान विराट को धोनी के साथ शेयर करना होगा. अगर हारे तो किसी भी टूर्नामेंट के लिए मेंटॉर की जरूरत ही खत्म हो जाएगी. उधर, रवि शास्त्री के टर्म पूरा होने के बाद नए कोच की तलाश शुरू हो गई है. टी-20 वर्ल्ड कप में जीत धोनी की दावेदारी मजबूत करेगी.
अब कौन होगा टी-20 टीम का कप्तान :नैसर्गिक तौर पर भारतीय टी-20 क्रिकेट टीम के कप्तान के दावेदार उपकप्तान रोहित शर्मा ही है. इसके अलावा के एल राहुल, ऋषभ पंत जैसे नाम भी चर्चा में हैं. अगर रोहित शर्मा कप्तान बनते हैं तो भविष्य में विराट के लिए वन-डे कैप्टन पर दबाव बढ़ेगा. टी-20 वर्ल्ड कप के बाद न्यूजीलैंड टीम भारत का दौरा करने वाली है. तब टी-20 के कैप्टन रोहित हो सकते हैं. इस दौरे में रोहित की परफॉर्मेंस बेहतर हुई तो वन डे की कप्तानी उन्हें सौंपने की मांग हो सकती है.