हैदराबाद : कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वैरिएंट न सिर्फ सबसे ज्यादा म्यूटेट हो रहा है बल्कि यह तेजी से फैल भी रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आगाह किया है कि भले ही इस वैरिएंट के लक्षण गंभीर नहीं हैं मगर यह कोविड वैक्सीन के प्रभाव को कम करता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि 9 दिसंबर तक ओमिक्रॉन 63 देशों में फैल चुका है. दक्षिण अफ्रीका में इसे तेजी से फैलने वाले वैरिएंट के रूप में देखा गया, जहां डेल्टा का असर काफी कम था. मगर अगर इसका ट्रांसमिशन आबादी में हुआ तो यह खतरनाक रूप भी दिखा सकता है. ओमीक्रोन डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले तेजी से फैलता है.
हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया कि अभी तक ओमीक्रोन को लेकर सीमित साक्ष्यों के आधार पर ज्यादा डेटा उपलब्ध नहीं हैं. मगर साउथ अफ्रीका में मिले नतीजों से यह सामने आया है कि ओमीक्रोन इम्युनिटी और टीकाकरण के प्रभाव को कमजोर कर रहा है.
बता दें कि भारत में ओमीक्रोन के 38 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. दिल्ली, चंडीगढ़, गुजरात, आंध्रप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक में इससे संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. केरल में भी इसकी एंट्री हो चुकी है, वहां एक मरीज में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. ये सभी केस संक्रमित देशों से आए नागरिकों में मिले हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन भी ओमीक्रोन को वैरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में डाल चुका है.
ब्रिटेन में हुए एक रिसर्च में यह सामने आया है कि अगर सुरक्षा और बचाव के उपाय नहीं किए गए तो यूके में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वैरिएंट से 25,000 से 75,000 मौतें हो सकती हैं. ब्रिटेन में ओमीक्रोन के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. साउथ अफ्रीका में अब ओमीक्रोन संक्रमण के 37,875 मामले रोजाना आ रहे हैं. स्टडी के अनुसार, 2.2 दिनों में इससे जुड़े मामले दोगुने हो रहे हैं. बता दें कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन से संक्रमण का पहला मामला 24 नवंबर को साउथ अफ्रीका में सामने आया था.
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