जिनेवा (स्विट्जरलैंड): विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना के वैरिएंट ओमीक्रोन के खतरे को हल्के में नहीं लेने की सलाह दी है. WHO के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा है कि ओमीक्रोन वैरिएंट कोविड के डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले कम गंभीर लगता है, मगर इसे 'कमजोर या हल्के' की कैटिगरी में नहीं रखें. अब ओमीक्रोन वैरिएंट भी डेल्टा की तरह लोगों की जान ले रहा है. साथ ही हॉस्पिटल में एडमिट होने वाले मामलों की तादाद बढ़ रही है.
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि पिछले एक हफ्ते में कोविड के केस रेकॉर्ड स्तर पर बढ़े हैं. कोरोना का संक्रमण दर इतना अधिक है कि अस्पतालों में बेड कम पड़ने लगे हैं. इसका असर दुनिया भर के हेल्थ सिस्टम पर पड़ने लगा है. अस्पतालों में कोरोना को मरीजों की भीड़ का असर उन लोगों पर पड़ रहा है, जो दूसरी बीमारियों से जूझ रहे हैं. कोविड-19 के बढ़ते केस के कारण अन्य बीमारियों से परेशान लोगों के इलाज में देरी हो रही है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भीड़ कम होने के बाद ही ऐसे बीमार लोगों की मौत को टाला जा सकता है.