हैदराबाद: समीर वानखेड़े, आर्यन खान ड्रग्स केस में जितनी सुर्खियां आर्यन खान या शाहरुख खान ने बटोरीं, उतना ही चर्चा में रहा समीर वानखेड़े का नाम. एक वक्त में तो उनकी चर्चा आर्यन से ज्यादा होने लगी थी. लेकिन अब उन्हें आर्यन खान मामले की जांच से हटा दिया गया है. अब इस आर्यन केस समेत 5 अन्य मामलों की जांच दिल्ली एनसीबी को सौंपी गई है. सवाल है कि ये वानखेड़े पर एक्शन है या फिर मामले में बढ़ती सियासत को देखते हुए ऐसा किया गया है ? दरअसल बीते एक महीने में आर्यन ड्रग्स केस ने समीर वानखेड़े को कुछ का हीरो बना दिया है तो कई सवालों के साथ कुछ लोग उन्हें कटघरे में भी खड़ा कर रहे हैं.
कौन हैं समीर वानखेड़े ?
समीर वानखेड़े 2008 बैच के IRS यानि भारतीय राजस्व सेवा (Indian Revenue Service) अधिकारी हैं. महाराष्ट्र के रहने वाले समीर वानखेड़े के पिता पुलिस अधिकारी रहे हैं. समीर वानखेड़े की छवि एक तेजतर्रार अफसर की रही है. भारतीय राजस्व सेवा में आने के बाद सीमा शुल्क विभाग में तैनात किया गया था. कुछ साल वो मुंबई के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर असिस्टेंट कमिश्नर (कस्टम) की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं. वो राजस्व ख़ुफ़िया निदेशालय (DRI) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के साथ भी काम कर चुके हैं. पिछले साल समीर वानखेड़े को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में मुंबई जोन के डायरेक्टर बने थे.
आतंकवाद से जुड़े मामले भी हैंडल कर चुके हैं
डिप्टी कमिश्नर ऑफ कस्टम के तौर पर मुंबई, आंध्र प्रदेश और दिल्ली में काम करने के बाद वानखेड़े की नियुक्ति एडिश्नल एसपी के तौर पर NIA में हुई, जहां समीर वानखेड़े ने कई हाईप्रोफाइल आतंकवाद से जुड़े मामले हैंडल किए और उन्हें एक्सीलेंस इन सर्विस का मेडल मिला. इसके बाद समीर वानखेड़े अपने गृह राज्य लौट आए और साल 2017 में डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस में ज्वॉइंट डायरेक्टर की जिम्मेदारी मिली.
आरोपों के घेरे में समीर वानखेड़े
- आर्यन खान केस में जिस केपी गोसावी को NCB अपना गवाह बता रही थी उसके बॉडीगार्ड प्रभाकर सैल ने ही समीर वानखेड़े पर करोड़ों की रिश्वत लेने के आरोप लगा दिए. प्रभाकर सैल ने हलफनामे में लगाए आरोप, कहा गोसावी और किसी सैम डिसूजी को 25 करोड़ की बात करते सुना था.
- नवाब मलिक ने वानखेड़े के महंगे कपड़ों को लेकर उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि वानखेड़े गलत तरीके से लोगों को फंसाते हैं और करोड़ों की वसूली करते हैं. नवाब मलिक ने दावा किया कि वानखेड़े एक लाख की पेंट, 70 हजार की कमीज और 25 से 50 लाख की घड़ियां पहनते हैं. इसके अलावा नवाब मलिक ने वानखेड़े के पास कई फ्लैट और संपत्ति की जानकारी भी दी.
- नवाब मलिक ने वानखेड़े की पहली शबाना कुरैशी से साथ शादी का निकाहनामा ट्वीट कर बताया था कि निकाहनामे में उनका नाम समीर दाऊद वानखेड़े है.
- नवाब मलिक ने इससे पहले वानखेड़े का जन्म प्रमाणपत्र जारी कर फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने का आरोप लगाया था. बकौल नवाब मलिक बर्थ सर्टिफिकेट में उनका नाम समीर दाऊद वानखेड़े है. बर्थ सर्टिफिकेट में टेम्परिंग करके उनके पिता ने नाम बदला था, उसके आधार पर कास्ट सर्टिफिकेट निकाला गया और दलित कैंडिडेट का हक मारकर वे IRS बने. मलिक ने कहा कि बर्थ सर्टिफिकेट के मुताबिक, समीर की माता मुस्लिम थीं.
- दलित संगठनों ने भी नौकरी के लिए खुद को अनुसूचित जाति का बताने पर समीर वानखेड़े के खिलाफ मोर्चा खोला था.
समीर वानखेड़े मुस्लिम हैं या दलित ?
नवाब मलिक के आरोपों के बाद समीर वानखेड़े ने कहा कि उन्होंने कभी भी धर्म नहीं बदला, वो हमेशा से हिंदू हैं. समीर वानखेड़े की पहली पत्नी डॉ. शबाना कुरैशी से निकाह हुआ था. नवाब मलिक ने उनके निकाहनामे को ट्वीट किया था जिसमें उनका नाम समीर दाऊद वानखेड़े था. जिसके बाद समीर वानखेड़े ने बताया था कि उन्होंने अपनी दिवंगत मां की इच्छा के अनुसार मुस्लिम रीति रिवाज से शादी की थी. दरअसल समीर वानखेड़े की मां मुस्लिम थी, वानखेड़े ने बताया कि अपनी मां की इच्छा को पूरा करना कोई अपराध नहीं है, मेरी मां मुस्लिम थीं और पिता हिंदू हैं. मैं दोनों से प्यार करता हूं लेकिन मैंने कभी इस्लाम नहीं अपनाया है, मैं हिंदू ही हूं.
वानखेड़े के मुताबिक उनकी पहली शादी एक महीने के भीतर विशेष विवाह कानून के तहत रजिस्टर्ड की गई थी. तलाक की प्रक्रियां भी विशेष विवाह कानून के तहत पूरी की गई थी. वानखेड़े की दूसरी पत्नी क्रांति रेडकर ने भी यही दावा किया है कि उन्होंने कभी भी धर्म नहीं बदला. लेकिन समीर वानखेड़े का निकाह कराने वाले काजी का दावा है कि वानखेड़े मुस्लिम हैं और उनका नाम समीर दाऊद वानखेड़े था जिसकी शादी शबाना कुरैशी से हुई थी. शरीयत के मुताबिक गैर मुस्लिम से निकाह नहीं पढ़वाया जा सकता. निकाह के दौरान समीर ने खुद को और अपने पिता को मुस्लिम बताया था. इसी वजह से मैंने ये निकाह करवाया था और निकाहनामे में उर्दू में हस्ताक्षर भी वानखेड़े के ही हैं.
वानखेड़े के धर्म को लेकर छिड़े विवाद के बीच उनके पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने कहा कि मैं दलित हूं, मेरे पूर्वज हिंदू रहे तो मेरा बेटा मुसलमान कैसे हो सकता है. समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने भी माना कि उन्होंने अंतर्जातीय विवाह किया था लेकिन ना मेरी पत्नी ने कभी धर्म बदला और ना ही मैंने, उन्होंने कहा कि मैं उर्दू नहीं जानता इसलिए नहीं पता कि उन दस्तावेजों में क्या लिखा है. लेकिन मेरी पत्नी मुझे दाऊद कहकर बुलाती थी.
मुंबई पुलिस ने जांच की शुरू
वानखेड़े पर लगे जबरन वसूली के आरोपों की जांच मुंबई पुलिस के एसेपी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं. वानखेड़े के खिलाफ दर्ज शिकायतों को लेकर चार अधिकारियों को नियुक्त किया है. आर्यन खान की रिहाई के लिए 25 करोड़ रिश्वत के आरोपों को लेकर एनसीबी ने भी वानखेड़े के बयान दर्ज किए हैं.
आर्यन खान केस से पहले भी सुर्खियों में रहे वानखेड़े
साल 2020 में समीर वानखेड़े की NCB में एंट्री हुई और उन्हें अगस्त 2020 में सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स केस सौंपा गया. सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद फिल्मी दुनिया का ड्रग्स कनेक्शन सामने आया तो एनसीबी एक्टिव हो गई थी. मुंबई से लेकर गोवा समेत कई जगह छापेमारी की थी और इसी कड़ी में रिया चक्रवर्ती और उनके भाई की गिरफ्तारी हुई थी. इसके बाद एनसीबी ने अर्जुन रामपाल, दीपिका पादुकोण से लेकर श्रद्धा कपूर, रकुलप्रीत सिंह, सारा अली खान को पूछताछ के लिए तलब कर लिया. कुछ और भी टीवी कलाकारों से पूछताछ हुई और भारती सिंह के साथ उनके पति हर्ष को भी गिरफ्तार किया गया. एनसीबी ने महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक के दामाद को भी ऐसे ही एक मामले में गिरफ्तार किया गया था.
जब वानखेड़े ने शाहरुख खान पर लगाया था जुर्माना