दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

ऋषि सुनक हो सकते हैं ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री, रेस में हैं सबसे आगे

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस्तीफा दे दिया है. अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, इसको लेकर अटकलों का दौर जारी है. कई नामों की चर्चा की जा रही है. इनमें से एक नाम ऋषि सुनक का भी है. ऋषि भारत की आईटी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं. ऋषि को भारत समर्थक नेता के तौर पर जाना जाता है.

rishi sunak
ऋषि सुनक

By

Published : Jul 7, 2022, 5:30 PM IST

नई दिल्ली : बोरिस जॉनसन की सरकार में वित्त मंत्री रह चुके ऋषि सुनक ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं. वह रेस में सबसे आगे बताए जा रहे हैं. सुनक भारत की मशहूर आईटी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं.

सुनक को 2020 में वित्त मंत्री बनाया गया था. उनके माता-पिता भारतीय मूल के हैं. वे 1960 के दशक में ब्रिटेन आकर बस गए थे. ऋषि का जन्म 1980 में ब्रिटेन के साउथम्पैटन में हुआ. वह तीन भाई-बहन हैं. उनकी मां दवा दुकान चलाती थीं, जबकि पिता डॉक्टर थे. ऋषि अपने भाई-बहन में सबसे बड़े हैं.

ऋषि ने ब्रिटेन के विंचेस्टर कॉलेज से राजनीति विज्ञान की पढ़ाई की है. उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से फिलोसॉफी और इकोनोमिक्स की डिग्री प्राप्त की है. इसके बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया. ग्रैजुएशन कंप्लीट करने के बाद ऋषि ने गोल्डमैन साच के साथ काम की शुरुआत की. बाद में वह हेज एंड फर्म्स के पार्टनर बन गए.

मीडिया से बात करते ऋषि सुनक

ऋषि ने एक अरब पाउंड की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी की स्थापना की. उनकी कंपनी छोटे कारोबारों में निवेश में मदद करने का काम करती थी. इसके बाद वह राजनीति में आए.

वह जब स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे, तभी उनकी मुलाकात अक्षता मूर्ति से हुई. अक्षता, नायारण मूर्ति की बेटी हैं. यह मुलाकात संबंध में तब्दील हो गई. दोनों ने शादी कर ली. उनकी दो बेटी, कृष्णा और अनुष्का, हैं.

ऋषि 2015 में कंजरवेटिव पार्टी से सांसद बने. वह रिचमंड से चुने गए थे. रिचमंड यॉर्कशर में पड़ता है. उन्होंने ब्रेग्जिट का समर्थन किया. इसके बाद उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती गई. ब्रिटिश पीएम टेरीजा मे की कैबिनेट में उन्हें जूनियर मंत्री के रूप में काम करने का मौका मिला.

फिटनेस को लेकर उन्हें काफी जुनूनी माना जाता है. वह फुटबॉल और क्रिकेट के शौकीन हैं. लोगों के बीच वह डिशी ऋषि के नाम से जाने जाते हैं.

ऋषि सुनक फुटबॉल खेलते हुए

ऋषि को बोरिस जॉनसन का समर्थक माना जाता था. सरकार की ओर से अधिकांश प्रेस ब्रीफिंग में वह चेहरा हुआ करते थे. लेकिन बाद में दोनों के बीच दूरियां बढ़ती गईं.

कोरोना काल में उनकी भूमिका को लेकर खूब चर्चा रही. उन्होंने कोरोना काल में झटका खा चुके पर्यटन उद्योग को 10 हजार करोड़ का पैकेज दिया. उन्होंने यह भी फैसला किया कि किसी भी मजदूर की मजदूरी नहीं घटेगी.

बोरिस जॉनसन पार्टीगेट मामले में किरकिरी झले चुके हैं. इस मामले में ऋषि का भी नाम आया था. उन पर जुर्माना भी लगा. उन्हें फिक्स्ड पेनल्टी नोटिस जारी किया गया था. दरअसल, कोविड काल के दौरान मई 2020 में पीएम आवास पर शराब की एक पार्टी का आयोजन किया गया था. इसकी कुछ तस्वीरें मीडिया में लीक हो गईं. इसके बाद यह मामला तूल पकड़ गया. बोरिस को माफी मांगनी पड़ी थी. ऋषि की पत्नी अक्षता पर टैक्स चोरी के भी आरोप लग चुके हैं.

भारत को लेकर ऋषि का कहना रहा है कि ब्रिटेन, भारत को कमतर आंक रहा है. इससे उसे बचना चाहिए. ऋषि को प्रो-इंडियन के रूप में देखा जाता है.

ये भी पढे़ं :ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने दिया इस्तीफा

ABOUT THE AUTHOR

...view details