मुंबई : शिवसेना विधायक (Shiv Sena MLA) प्रताप सरनाइक (Pratap Saranai) की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) को लिखी चिट्ठी ने न सिर्फ महाराष्ट्र बल्कि देश की राजनीति में भी हलचल मचा दी है.
सरनाइक ने केंद्रीय जांच एजेंसी (Central Investigation Agency ) पर शिवसेना नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा नेताओं को ही नहीं बल्कि उनके परिवारों को भी परेशान करने का आरोप लगाया है.
विधायक सरनाइक ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के साथ गठबंधन करें और शिवसेना नेताओं और विधायकों को इस उत्पीड़न से बचाने के लिए राज्य में भाजपा और शिवसेना का शासन स्थापित करें.
कौन हैं प्रताप सरनाइक?
अपने पत्र से राजनीतिक भूचाल लाने वाले प्रताप का जन्म 1964 में महाराष्ट्र के वर्धा में हुआ था. हालांकि, उनके राजनीतिक करियर (political career) की शुरुआत ठाणे से हुई थी.1997 में उन्होंने पहली बार ठाणे नगर निगम का चुनाव (Thane Municipal Corporation election) जीता और पार्षद बने. वह लगातार दो बार पार्षद रह चुके हैं. इस दौरान वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) से जुड़े रहे.
2008 में प्रताप सरनाइक एनसीपी छोड़कर शिवसेना (Shiv Sena) में शामिल हो गए. वह 2009 में मजीवाड़ा-ओवाला निर्वाचन क्षेत्र (Majivada-Ovala constituency) से विधायक चुने गए थे. वह तब से लगातार 2014 और 2019 में विधायक चुने गए हैं. विधायक प्रताप सरनाइक की पत्नी परिशा सरनाइक (Parisha Saranaik) ठाणे से पार्षद हैं.