जोधपुर. राजस्थान का गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई अंतरराज्यीय वारदातों को अपने नेटवर्क से अंजाम देता आया है. सलमान खान की हत्या की सुपारी देकर लॉरेंस ने बालीवुड को भी टॉरगेट किया था. अब पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में लॉरेंस का हाथ बताया जा रहा (Gangster Lawrence Bishnoi name in Sidhu Moose Wala) है. सूत्र यह भी बताते हैं कि मूसेवाला की हत्या का प्लान कनाडा में बैठे बदमाश गोल्डी बराड ने किया था. जिसे अंजाम तक दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस ने अपने नेटवर्क से पहुंचाया.
सोशल मीडिया पर लॉरेंस के गुर्गों ने इस घटना को लेकर कई पोस्ट भी किए हैं. यह हाल तब है जब लॉरेंस करीब पांच सालों से जेल में है. अगर बाहर होता तो कितना तांडव मचाता, इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है. क्योंकि आए दिन उसके गुर्गे राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली सहित कई राज्यो में घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. खास बात यह है कि एक पुलिसकर्मी का बेटा पुलिस के लिए लंबे समय से परेशानी का सबब बन हुआ है. लॉरेंस के पिता लविंद्र कुमार पंजाब पुलिस में कांस्टेबल थे.
गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई अंतरराज्यीय वारदातों को अपने नेटवर्क से अंजाम देता आया है. पढ़ें:कौन हैं सिद्धू मूसेवाला के हत्यारे, जो सलमान खान की भी हत्या करना चाहते थे
गोल्डी के गठजोड़ से जेल से आपरेट: लॉरेंस लंबे समय से जेल में है. जोधपुर पुलिस उसे पंजाब से ही प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लाई थी. उसके बाद से वह जोधपुर, अजमेर, जयपुर की जेल में शिफ्ट होता रहता है. वर्तमान में तिहाड़ जेल में है. लॉरेंस स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (सोपू) नामक संगठन का कर्ताधर्ता है. इससे उसने कॉलेज संगठन का चुनाव भी लड़ा. जिसमें वह हार गया था. इसके बाद दूसरे पक्ष पर फायरिंग की थी. इसके बाद वह अपराध की दुनिया की तरफ मुड़ गया. इस दौरान ही उसका संपर्क कनाडा में बैठे गोल्डी बराड से (Lawrence Bishnoi connection with Goldie Brar) हुआ. दोनों के गठजोड़ के चलते पंजाब में गैंगवार में कई मर्डर हुए. बताया जाता है कि गोल्डी की मदद से ही लॉरेंस ने अपने पास देशी-विदेशी बंदूकों का जखीरा बनाया. गोल्डी के मार्फत कई काम लॉरेंस जेल में रहते हुए करवा रहा है. खास तौर से अपने दुश्मनों को निपटा रहा है.
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जोधपुर में रखा था मां और भाई को: लॉरेंस जब पंजाब में गिरफ्तार हुआ था, तो उसने अपने भाई अनमोल व मां को जोधपुर भेज दिया था. यहां उसके कई गुर्गे बन चुके थे. कुछ समय बाद लॉरेंस ने अपनी धाक जमाने के लिए शहर के डॉक्टर, ट्रेवल व्यवसायी के घर पर फायरिंग करवाई. इसके अलावा उसके गुर्गों ने शहर की सबसे व्यस्त सरदारपुरा सी रोड पर एक व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद उसकी मां यहां से चली गई. जबकि भाई अनमोल पुलिस के हत्थे चढ़ गया. इन वारदातों को लेकर पुलिस ताबड़तोड़ कारवाई करते हुए लॉरेंस तक पहुंची थी. उसे फरीदकोट जेल से यहां लाया गया था. लेकिन पुलिस उसे तोड़ नहीं पाई.
कोर्ट में लॉरेंस ने यही कहा कि वह खुद जेल में था तो कैसे यह करवा सकता है. हालांकि अभी मामले चल रहे हैं. उसे यहां से अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया था. वहां से उसे तिहाड़ जेल भेजा गया. जोधपुर में लॉरेंस विश्नोई को लेकर बदमाशों में दिवानगी है. उसके नाम से 007 व सोपू गैंग चला रहे हैं और कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस ने कई गुर्गों को पकड़ा भी है. लेकिन हर दिन बदमाश अपने आप को लॉरेंस का गुर्गा बताता है. लॉरेंस जेल में है, लेकिन उसके गुर्गे जोधपुर पुलिस के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं.
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दो गैंग की लड़ाई और सिद्धू की हत्या:पंजाब में लॉरेंस का दविंदर बंबीहा गैंग से पुराना बैर चल रहा है. लॉरेंस की गैंग को सोपू गैंग भी कहा जाता है. उसके शूटर संपत व उसके आदमियों ने 2017 में लवी दयौडा नाम के युवक की हत्या की थी. जिसके बाद उसके आदमी अंकित भादू का एनकाउंटर हुआ. लॉरेंस ने मुखबिरी के शक में बंबीहा के आदमी मनप्रीत मन्ना की मलोट में दिसंबर 2019 हत्या करवा दी. जिसमें गोल्डी बराड का भी हाथ था. इसके बाद अर्मेनिया से चल रहे बंबीहा गैंग के कर्ताधर्ता ने अक्टूबर 2020 में बराड के एक रिश्तेदार गुरलाल बराड को मरवा दिया. यह क्रम चलता रहा.
बंबीहा गैंग के लक्की पटियाला ने 2021 में चंडीगढ़ में लॉरेंस के साथी विक्की मिड्डूखेडा को गोली मरवाई. इसके बाद कबड्डी प्लेयर संदीप की दो माह पहले हत्या हुई. अब गोल्डी और लॉरेंस ने प्लान कर मानसा में सिद्धू मूसेवाला की हत्या करवा दी. सोशल मीडिया पर गोल्डी ने लिखा था कि सिद्धू को इसलिए मारा कि उसका नाम हमारे भाई विक्की मिड्डूखेडा व गुरलाल बराड की हत्या में सामने आया (Why Sidhu Moose Wala shot dead) था. लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी.