जज ने फैसला सुनाते समय मुंशी प्रेमचंद की कहानी का जिक्र किया. गाजीपुर :सांसद अफजाल अंसारी और मुख्तार अंसारी को शनिवार को गैंगस्टर एक्ट के मामले में सजा सुनाई गई. जज ने फैसला सुनाते समय मुंशी प्रेमचंद की मशहूर कहानी 'बड़े भाई साहब' का जिक्र किया. कहा कि -मुख्तार को अपराधी बनाने में अफजाल का बड़ा हाथ रहा, अफजाल ने बड़े भाई का फर्ज निभाया होता तो मुख्तार अपराधी नहीं बनता. वह अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी होता. रविवार को एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में इन जानकारियों को साझा किया.
एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव के अनुसार कोर्ट से जजमेंट सुनाने के दौरान आखिर में प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' का संदर्भ आया. इसमें दो भाइयों का जिक्र किया गया है. जज ने अफजाल अंसारी से कहा कि जिस तरह से प्रेमचंद की कहानी में दो भाइयों का जिक्र है, एक भाई बड़ा भाई होने का फर्ज निभाता है. वह अपने भाई को अच्छे रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करता है, लेकिन अफजाल अंसारी ने ऐसा नहीं किया, जब मुख्तार अंसारी ने पहली बार अपराध की दुनिया में कदम रखा, उसी वक्त अफजाल अंसारी ने रोका होता तो आज वह अपराध की दुनिया में नहीं आता, बल्कि वह अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी होता.
ईटीवी भारत ने एडीजीसी क्रिमिनल से ये भी जानने की कोशिश की कि अफजाल अंसारी के सामने अब क्या-क्या कानूनी विकल्प रहेंगे. इस पर एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि अफजाल अंसारी की संसद की सदस्यता चली जाएगी. जिस भी जनप्रतिनिधि पर 2 साल से अधिक की सजा होती है तो उसकी सदस्यता चली जाती है. आज रविवार का दिन है, इस वजह से अभी फैसले की प्रति लोकसभा को भेजी नहीं गई है. उम्मीद है कि कल यह लोकसभा में जाएगी और संभव है कि अफजाल अंसारी की सदस्यता समाप्त करने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
इसके साथ ही एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि अभी जो भी सजा दी गई है और वह पूर्व से जो सजा काटते आ रहे हैं, उसमें से सजा कम की जा सकती है. वहीं अफजाल अंसारी की सजा 4 साल बरकरार रहेगी, क्योंकि पहले से किसी भी मामले में अफजाल अंसारी को सजा नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि ऊपर के कोर्ट में जाने के बाद वहां से अफजाल को जमानत मिल सकती है, वह इसके लिए कोर्ट में जा सकते हैं.
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