आगरा :भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) ने ताजमहल समेत अन्य स्मारकों के ऑनलाइन टिकट सिस्टम में बदलाव किया है. बता दें, एक बार में अब सिर्फ पांच ऑनलाइन टिकट ही बन सकेंगे. वहीं, टिकटों पर पर्यटक का नाम और आईडी नंबर भी दर्ज होगा. टिकटों की कालाबाजारी और पर्यटकों की परेशानी के चलते एएसआई ने यह कदम उठाया है. मगर, एएसआई मुख्यालय ने ताजमहल पर पर्यटकों की कैपिंग अभी भी 5000 ही रखी है. एएसआई अधिकारियों का दावा है कि इस नई व्यवस्था से टिकटों की कालाबाजारी रुकेगी. वहीं, पर्यटकों से अपील है कि वे ऑनलाइन टिकट बुक करके ही ताजमहल का दीदार करने आएं.
एएसआई ने कोरोना संक्रमण की वजह से 188 दिन तक ताजमहल और आगरा का किला बंद रखा. देशभर के स्मारक कोरोना के चलते 17 मार्च 2020 को पर्यटकों के लिए बंद कर दिए गए थे. इसके बाद धीरे-धीरे स्मारक अनलॉक किए गए. 21 सितंबर 2020 को ताजमहल और किला पर्यटकों के लिए अनलॉक किया गया. कोरोना प्रोटोकॉल के कारण ताजमहल पर कैपिंग सिस्टम बनाया गया है. दो शिफ्ट में 5000 हजार पर्यटकों को ही ताजमहल में एंट्री दी जाती है.
यूं उठाया कदम
वीकेंड पर हमेश ताजमहल देखने वाले पर्यटकों के टिकटों की मारामारी हो रही है. 'लपके' टिकटों की कालाबाजारी कर रहे थे, जिससे पर्यटकों को काफी नुकसान हो रहा था. टिकट नहीं मिलने से ताजमहल का दीदार किए बगैर पर्यटकों को मायूस लौटना पड़ रहा था. इसको लेकर लगातार शिकायतें आ रही थीं. पर्यटकों की समस्या देखकर एएसआई ने दिल्ली मुख्यालय को ताजमहल पर पर्यटकों की कैपिंग बढ़ाने और ऑनलाइन टिकट में बदलाव करने की मांग की थी.
एक बार में पांच टिकट