श्रीनगर:कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब विवाद अब जम्मू-कश्मीर तक पहुंच गया है. कश्मीर के एक स्कूल में 'अबाया' पहनने वाले छात्रों के प्रवेश पर रोक लगाने के बाद पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने स्कूल प्रशासन पर निशाना साधा है. पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह संविधान द्वारा दी गई धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार पर हमला है. बता दें, अबाया मुस्लिम महिलाओं द्वारा पहना जाने वाला एक ढीला-ढाला, पूरी लंबाई वाला चोगा है.
मुफ्ती ने गुरुवार को यहां मीडिया से कहा कि क्या पहनना है और क्या नहीं? यह तय करना हमारा निजी अधिकार है. हमें ऐसा कुछ भी करने के लिए मजबूर न करें जो हमारे धर्म के खिलाफ हो. यह हमारा संवैधानिक अधिकार है कि हम क्या पहनें या क्या खाएं? उन्होंने आगे कहा कि पहले हमने कर्नाटक में ऐसी घटनाएं देखीं और अब हम इसे कश्मीर में लागू होते हुए देख रहे हैं. हम इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे और इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया होगी.
उन्होंने कहा कि वे इस देश को गोडसे के देश में बदलना चाहते हैं और जम्मू-कश्मीर उसके लिए एक प्रयोगशाला बन गया है. उन्होंने आरोप लगाया वे अब दाऊदी, वीरी जैसे इस्लामिक विद्वानों को परेशान कर रहे हैं. बता दें पिछले दिनों एनआईए ने बांदीपोरा के वरिष्ठ इस्लामी विद्वान रहमत-उल्ला को तलब किया था. मुफ्ती ने कहा कि अगर धारा 370 के निरस्त होने के बाद स्थिति सामान्य है तो इस्लामिक विद्वानों को एनआईए द्वारा क्यों बुलाया जा रहा है.