गुवाहाटी : आज हमारे देश ने मिल्खा सिंह (Milkha singh) जैसे अनमोल रत्न को खो दिया है. पूरा देश इस कभी न पूरी होने वाली क्षति से शोक में है. 'प्लाइंग सिख' (Flying Sikh ) मिल्खा सिंह (Milkha Singh ) का चंडीगढ़ में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. मिल्खा सिंह का बीती रात लंबे समय से तबीयत खराब होने के कारण निधन हो गया था. फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह को उनकी जीवटता के लिए जाना जाता है.
मिल्खा सिंह ने एक बार असम के अर्जुन अवार्डी भोगेश्वर बरुआ (Arjuna Awardee Bhogeswar Baruah) से कहा था, 'मुझे आपसे जलन हो रही है. लोग मुझे 'फ्लाइंग सिख' कहते हैं, लेकिन मुझे इस बात का संदेह है कि मेरे पड़ोसियों को भी मेरा जन्मदिन याद रहता होगा, क्योंकि मेरे जन्मदिन को राज्य में खेल दिवस के रूप में नहीं मनाया जाता है. लेकिन आपके जन्मदिन के पूरे राज्य में खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है.
सिंह ने कुछ साल पहले असम में बरुआ से कहा था कि पंजाब में बहुत से लोग मुझे जानते तक नहीं हैं. दरअसल, वह असम में खेल दिवस के अवसर पर आए थे.
पूरे देश ने महान खिलाड़ी के निधन पर शोक व्यक्त किया, बरुआ ने सिंह को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. बरुआ ने कहा कि देश के लिए मिल्खा सिंह ने जो योगदान दिया, उसके लिए उन्हें कई पीढ़ियों तक याद किया जाएगा.
यह भी पढ़ें-अलविदा मिल्खा : राजकीय सम्मान के साथ हुआ 'फ्लाइंग सिख' का अंतिम संस्कार