नई दिल्ली: कांग्रेस ने अगस्ता वेस्टलैंड की स्वामित्व वाली कंपनी फिनमेकानिका से खरीद पर लगे प्रतिबंध हटाए जाने की खबरों को लेकर सोमवार को सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि मोदी सरकार एवं फिनमेकानिका के बीच क्या ‘गुप्त सौदा’ है. सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तंज कसा, 'पहले #Augusta भ्रष्ट था, अब भाजपा लॉन्ड्री में धुलकर साफ़ हो गया!'
कांग्रेस पार्टी ने सवाल किया कि मोदी सरकार और फिनमेकानिका के बीच क्या ‘सीक्रेट डील’ है. आपकाे बता दें कि भारत सरकार ने 12 वीवीआई हेलीकॉप्टरों की खरीद से जुड़े अनुबंध के कथित उल्लंघन और रिश्वत के आरोपों के चलते फिनमेकानिका की ब्रिटिश इकाई अगस्ता वेस्टलैंड के साथ अनुबंध खत्म कर दिया था. भाजपा ने उस वक्त कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सवाल किया था कि क्या उसके नेताओं को 450 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत मिली थी.
अब फिनमेकानिका कंपनी से खरीद पर लगी रोक हटाए जाने की खबर आने के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार पर तीखा प्रहार किया है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘मीडिया के मित्रों ने 2019 के संसदीय चुनावों में मोदी सरकार द्वारा लीक किए गए फ़र्ज़ी दस्तावेजों को दिखाने व संप्रग के खिलाफ झूठी कहानी बनाने में हजारों घंटे का समय लगाया. क्या मीडिया के यही मित्र अब अगस्ता कंपनी के साथ 'गुप्त डील' पर मोदी सरकार से सवाल करने का साहस करेंगे?’
उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मोदी सरकार और अगस्ता/फिनमेकेनिका के बीच 'गुप्त सौदा' क्या है? क्या अब उस कंपनी से डील करना ठीक है जिसे मोदी जी और उनकी सरकार ने 'भ्रष्ट-रिश्वत देने वाली फर्जी कंपनी' बताया था? क्या फर्ज़ी भ्रष्टाचार के नकली दलदल को दफन किया जा रहा है? मौकाजीवी मोदी जी, देश जवाब मांग रहा है!
क्या है अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदा और कब हुआ था उजागर
अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर कथित घोटाला भारत सरकार द्वारा अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी से खरीदे जाने वाले 12 हेलीकॉप्टर्स के सौदे से संबंधित है. यह मामला 2013-14 में उजागर हुआ था. इसमें कई भारतीय नेताओं और सैन्य अधिकारियों पर मोटी घूस लेने का आरोप है. यूपीए-वन सरकार के समय अगस्ता वेस्टलैंड से वीवीआईपी के लिए 12 हेलीकॉप्टर्स की खरीद का सौदा हुआ था. ये सौदा 3,600 करोड़ रुपये का था. जब इसमें 360 करोड़ रुपये की रिश्वतखोरी की बात सामने आई, तब यूपीए-2 सरकार ने सौदा रद्द कर दिया.