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महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर पूर्व डीजीपी की टिप्पणी पर उठाए सवाल - महबूबा मुफ्ती पूर्व डीजीपी की टिप्पणी

जम्मू-कश्मीर में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने केंद्र शासित प्रदेश के हालात पर पूर्व डीजीपी की टिप्पणी पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि पूर्व डीजीपी कोलेट्रल डैमेज की परिभाषा बताएं. (Ex DGP Dilbagh Singh, Jammu and Kashmir)

What is collateral damage Mehbooba Mufti questions former DGPs remark over situation in Jammu Kashmir
महबूबा मुफ्ती ने जम्मू- कश्मीर के हालात पर पूर्व डीजीपी की टिप्पणी पर उठाए सवाल

By ANI

Published : Nov 6, 2023, 7:57 AM IST

गांदरबल: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि पूर्व पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह का यह बयान कि केंद्र शासित प्रदेश में स्थिति सामान्य है और पिछले चार वर्षों में कोई कोलेट्रल डैमेज (नागरिकों को नुकसान) नहीं हुआ, 'अफसोसजनक' है. मुझे खेद है कि पूर्व डीजीपी ने हाल ही में गर्व से घोषणा की कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य है और नागरिकों की कोई हत्या नहीं हुई है, जबकि केवल उन तीन दिनों में तीन लक्षित हमले हुए थे.

महबूबा मुफ्ती ने रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, 'मैं समझ नहीं पा रही हूं कि उनके लिए कोलेट्रल डैमेज क्या है. जब एक पुलिस अधिकारी, एक जवान या एक जवान या एक मजदूर मारा जाता है तो यह कोलेट्रल डैमेज नहीं है, तो क्या है? कोकेरनाग में क्या हुआ? मुफ्ती ने कोलेट्रल डैमेज की परिभाषा पर सवाल उठाया. खासकर क्षेत्र में हाल के लक्षित हमलों को देखते हुए जिसमें सितंबर में कोकेरनाग की घटना भी शामिल है, जहां सेना के एक कर्नल, एक मेजर और एक पुलिस उपाधीक्षक मारे गए थे.

दिलबाग सिंह ने पहले कहा था कि केंद्र शासित प्रदेश में स्थिति सामान्य है और पिछले चार वर्षों में क्षेत्र कोई कोलेट्रल डैमेज नहीं हुआ. उन्होंने यहां के लोगों की आजादी क्यों छीन ली है? आप लोगों को बात क्यों नहीं करने देते? फिलिस्तीन के गाजा में बहुत बड़ा नरसंहार हो रहा है, सरकार ने आदेश पारित किया है कि इमाम (प्रार्थना नेता) उनके लिए प्रार्थना भी नहीं कर सकते, आप विरोध नहीं कर सकते.

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जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम ने कहा,'पिछले पांच वर्षों में यहां के लोगों की स्वतंत्रता को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है. साथ ही अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, विरोध करने की स्वतंत्रता छीन ली गई है. जब यहां पांच लाख सुरक्षा बल के जवान हैं तो हम क्या कर सकते हैं? हालाँकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस के साथ गठबंधन में जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ेगी? इस पर उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है.

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