कोलोराडो (अमेरिका) : फेसबुक (Facebook) से जुड़े विवादों के मद्देनजर यदि आप इस ऐप का इस्तेमाल बंद कर देना चाहते हैं तो ऐसा सोचने वाले आप अकेले नहीं हैं. लेकिन इसे किया कैसे जाए? इस बारे में मार्गदर्शन देने के लिए कई विकल्प हैं, बल्कि फेसबुक ने भी इसे समझना बहुत आसान बना दिया है.
ऐसा कदम उठाने से पहले आपको यह सोचना चाहिए कि जब ऐप को आप हटा देते हैं तो आपकी 'लाइफ स्टोरी' का क्या होता है?
करीब एक दशक या उससे भी अधिक समय तक लोगों के अपडेट, कमेंट, फोटो, मैसेज, टैग, पोक, ग्रुप और प्रतिक्रियाएं एक डिजिटल घेरे में रहती हैं और फेसबुक समय-समय पर आपको इनकी याद दिलाता रहता है और इस तरह वह यह भी याद दिलाता है कि आप कितने लंबे समय से सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते आ रहे हैं.
ऐप का इस्तेमाल बंद करने के दो रास्ते हैं- इसे डिएक्टिवेट कर देना या फिर हटा ही देना (डिलीट कर देना). जब आप फेसबुक को डिएक्टिवेट करते हैं तो यह एक तरह से निलंबित हो जाता है. आपने इस ऐप पर जो भी किया हो, कहा हो वह या तो हट जाएगा या अनुपलब्ध हो जाएगा. यदि किसी दिन आप इसे फिर से एक्टिवेट करेंगे तो यह सब वापस आ जाएगा और उपलब्ध हो जाएगा.
वहीं, अकाउंट डिलीट करने का मतलब होगा कि आपकी प्रोफाइल, फोटो, पोस्ट, वीडियो और जो कुछ भी आपने इसमें जोड़ा है वह स्थायी रूप से डिलीट हो जाएगा. फेसबुक के मुताबिक इनमें से कुछ भी आप वापस नहीं पा सकेंगे.
आपकी जो भी यादगार बातें हैं उन्हें पूरी तरह डिलीट करने से पहले बचाने का एक ही तरीका है कि जानकारी को डाउनलोड किया जाए. मेरा सुझाव है कि आपको एक समयांतराल पर एक बार ऐसा करना चाहिए क्योंकि इससे पता चलता है कि आप पर किस तरह नजर रखी जा रही है, आप ऐप पर इस माध्यम का किस तरह इस्तेमाल कर रहे हैं और पिछले कुछ सालों में साइट पर आपने किस तरह की गतिविधियां की हैं.