रिषड़ा (पश्चिम बंगाल) :पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिषड़ा में रविवार की शाम रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान दो समूहों में संघर्ष हो गया. पुलिस ने इसकी जानकारी दी.
शोभायात्रा में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने बताया कि रिषड़ा थाना क्षेत्र में जीटी रोड पर यह घटना हुई. उन्होंने आरोप लगाया कि महेश में लोग शोभायात्रा के साथ जगन्नाथ मंदिर जा रहे थे, उसी दौरान उन पर पथराव हुआ. चंदननगर थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि संघर्ष शाम करीब सवा छह बजे शुरू हुआ.
आईपीएस अधिकारी ने कहा, 'शोभायात्रा अपने पारंपरिक मार्ग से जा रही थी, तभी एक समूह ने उन पर पथराव कर दिया. हमने तत्काल स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए.' उन्होंने कहा कि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और स्थिति अब नियंत्रण में है. एक अधिकारी ने बताया कि फिर से संघर्ष भड़कने से रोकने के लिए फिलहाल इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.
वहीं, घोष ने कहा कि भाजपा के पुरसुराह से विधायक बिमान घोष पथराव में घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने दावा किया, 'शोभायात्रा में कई महिलाएं और बच्चे भगवा झंडे लेकर चल रहे थे. अचानक, सड़क के एक ओर से उन पर पथराव किया गया. पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. मुझे और कुछ अन्य नेताओं को बचा कर वहां से निकाल लिया गया.' उन्होंने आरोप लगाया, 'कुछ देर तक मूक दर्शक बने रहने के बाद पुलिस ने अंतत: उन उपद्रवियों को खदेड़ दिया.'
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने सवाल किया है कि रामनवमी के दो दिन बाद शोभायात्रा निकालने की जरूरत क्या थी. तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता जॉयप्रकाश मजूमदार ने कहा, 'वे लोग रमजान के पाक महीने में रामनवमी की शोभायात्रा निकालने पर क्यों अड़े हुए हैं? रामनवमी की शोभायात्रा दो दिन बाद क्यों निकाली गई? भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए बंगाल में दंगे कराना चाहती है.'
उन्होंने कहा कि कुछ संवेदनशील इलाकों में धार्मिक शोभायात्रा निकालकर भाजपा दिक्कतें पैदा करना चाहती है. उन्होंने कहा कि वह ऐसे हालात पैदा कर रही है जिनमें राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की जा सके. मजूमदार ने दावा किया कि शोभायात्रा में शामिल लोग हथियार लिए हुए थे, जिससे लोगों में डर फैल गया.