कोलकाता: रामनवमी जुलूस के दौरान जो हिंसा पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में हुई, वह अब भी जारी है. हिंसा का एक ताजा मामला सोमवार शाम को हुगली के रिशरा इलाके में सामने आया, जहां देर रात दोबारा स्टेशन के बाहर पथराव हुआ. इसके बाद रेलवे स्टेशन को बंद कर दिया गया. यह पथराव स्टेशन के गेट नंबर 4 के बाहर हुआ था. मंगलवार सुबह पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस घटनास्थल पर पहुंचे. बोस अपना उत्तर बंगाल का दौरा बीच में छोड़कर हुगली के रिशरा इलाके में पहुंचे.
उन्होंने पुलिस अधिकारियों और पीड़ितों से बातचीत की. उन्होंने कोलकाता हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत भी की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर राज्य के लोगों के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि हिंसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. बंगाल की शांति में विघ्न डालने वालों को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जायेगा. उनके खिलाफ बेदह सख्त कार्रवाई की जायेगी. राज्यपाल रिशरा स्टेशन के गेट नंबर चार के पास भी गये. वहां उन्होंने घटना स्थल का मुआयना भी किया.
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दार्जिलिंग का दौरा छोड़कर हुगली जिले के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी वी आनंद बोस ने मंगलवार को कहा कि हुड़दंगियों को कानून को हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार भीड़तंत्र को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए मिलकर काम करेगी. उन्होंने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों की तरफ से ठोस कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, हम हुड़दंगियों को कानून को अपने हाथों में लेने की कभी अनुमति नहीं देंगे. केंद्र, राज्य, राजनीतिक दल, मीडिया और जनता, भीड़तंत्र को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए हाथ मिलाएंगे.