कोलकाता :कोलकाता नगर निगम के चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल की आसनसोल, सिलीगुड़ी, चंदननगर और बिधाननगर नगर निगम (Asansol, Siliguri, Chandernagore and Bidhangara ) में 22 जनवरी को मतदान होगा. जबकि मतगणना और परिणामों की घोषणा 25 जनवरी की जाएगी. हालांकि कानूनी जटिलताओं की वजह से हावड़ा नगर निगम के लिए होने वाले मतदान को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है.
इस बारे में राज्य चुनाव आयुक्त सौरव दास (state election commissioner, Sourav Das) ने मीडिया को बताया कि राज्य सरकार ने राज्य चुनाव आयोग को हावड़ा के बारे में कुछ भी सूचित नहीं किया है इसलिए इस मामले में कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है.
वहीं सूत्रों का कहना है कि हावड़ा नगर निगम (एचएमसी) के नए बोर्ड के चुनाव अनिश्चित हो गए हैं क्योंकि राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हावड़ा नगर निगम से पूर्ववर्ती बल्ली नगरपालिका के तहत वार्डों को अलग करने के बिल के लिए अपनी सहमति नहीं दी है. हालांकि राज्य सरकार ने कलकत्ता उच्च न्यायालय को बताया है कि राज्यपाल ने अपनी सहमति दे दी है, जबकि धनखड़ ने इससे इनकार किया और दावा किया कि उन्हें कोई संशोधित बिल नहीं भेजा गया था.
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मीडियाकर्मियों से बात करते हुए दास ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्रीय सशस्त्र बलों को तैनात किया जाएगा या नहीं, उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा, 4 जनवरी, 2022 को हमारी समीक्षा बैठक होगी और उसके बाद ही इस पर फैसला लिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जिन चारों नगर निगम में चुनाव होने हैं, वहां पर सोमवार से ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. उन्होंने बताया कि चुनाव में नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 28 दिसंबर से शुरू होगी और नामांकन की आखिरी तारीख 3 जनवरी होगी.
इससे पहले आयोग द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक वस्तुतः विफल रही क्योंकि भाजपा ने बैठक का बहिष्कार करने का फैसला किया और वाम मोर्चा और कांग्रेस ने बैठक समाप्त होने से पहले ही वाकआउट कर दिया. तीनों विपक्षी दलों की शिकायत है कि राज्य चुनाव आयुक्त ने सोमवार को चुनावों की घोषणा की, जबकि संशोधित चुनावी सूची 5 जनवरी को जारी की जाएगी, जिसका अर्थ है कि नए मतदाताओं को चुनाव में वोट देने के उनके अधिकार से वंचित कर दिया जाएगा. इन चार नगर पालिकाओं के लिए उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार की ओर से राज्य चुनाव आयोग काम कर रहा है.वहीं बैठक में मौजूद तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने दावा किया कि यह विपक्षी दल चाहते थे कि चुनाव एक ही दिन हो.