नई दिल्ली :पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM modi) से मुलाकात की.
मुलाकात के बाद ममता ने कहा कि 'आज पीएम के साथ शिष्टाचार मुलाकात हुई. बैठक के दौरान मैंने राज्य में COVID के टीकों और दवाओं की आवश्यकता का मुद्दा उठाया. हमें और वैक्सीन मिले इसके लिए प्रधानमंत्री से बात की. मैंने राज्य का नाम बदलने के लंबित मुद्दे को भी उठाया. इस मुद्दे पर उन्होंने कहा, 'वह देखेंगे.'
ममता ने कहा कि हमारे राज्य को आबादी के हिसाब से दूसरे राज्यों से बहुत कम वैक्सीन मिली है. ममता ने कहा कि 'मैं चाहती हूं कि पेगासस पर प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक बुलाएं. सुप्रीम कोर्ट से इसकी जांच होनी चाहिए.'
उन्होंने बताया कि मई में प्रधानमंत्री की बंगाल यात्रा के दौरान उनके साथ बैठक करने की कोई गुंजाइश नहीं थी. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने यह बताने से इनकार कर दिया कि क्या उन्होंने पेगासस विवाद पर प्रधानमंत्री के साथ चर्चा की.
विपक्षी पार्टियों की एकता अपने आप आकार ले लेगी : ममता
केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खिलाफ विपक्षी एकता के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह अपने आप आकार ले लेगी. यह पूछे जाने पर कि क्या वह विपक्षी पार्टियों का नेतृत्व करेंगी, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि देश विपक्षी एकता का नेतृत्व करेगा.
यह पूछे जाने पर कि 2024 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए विपक्षी पार्टियों के साथ क्या उनकी सिलसिलेवार बैठकें करने की योजना है, उन्होंने कहा कि आम चुनाव अभी बहुत दूर है.
बनर्जी ने कहा, 'हालांकि, इसके लिए योजना पहले बनानी होगी. जैसे कि उत्तर प्रदेश, पंजाब और त्रिपुरा में चुनाव हैं. जैसे कि त्रिुपरा में हमारे लड़कों के साथ क्या हुआ और दैनिक जागरण का मुद्दा.'
विपक्षी नेताओं को एकजुट करने की उनकी कोशिशों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह 'अपने आप' हो जाएगा. उन्होंने कहा, 'विपक्षी एकता स्वाभाविक रूप से, अपने आप हो जाएगी.'
यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा के खिलाफ विपक्ष का नेतृत्व करेंगी, बनर्जी ने कहा , 'देश विपक्ष का नेतृत्व करेगा, हम सब समर्थक हैं.' उन्होंने कहा कि संसद का सत्र खत्म होने और कोरोना वायरस महामारी की स्थिति सामान्य होने पर वह सभी विपक्षी सदस्यों से मिलेंगी. अपने इस बयान से उन्होंने यह संकेत दिया है कि उनकी एक और यात्रा जल्द हो सकती है.
इस बार उनकी बैठक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जैसी नेताओं के साथ होनी है जिन्होंने उन्हें चाय पर बुलाया है. बनर्जी ने कहा, 'उन्होंने मुझे कल चाय पर चर्चा के लिए बुलाया है. इनमें से कई नेता मेरे पुराने मित्र हैं. हम पुराने और नये समय पर चर्चा करेंगे. मैं परसो अरविंद केजरीवाल से मिलूंगी. जावेद अख्तर और शबाना आजमी ने भी वक्त मांगा है, मैंने उनके लिए वक्त निर्धारित किया है. मैं कल अपनी पार्टी के सांसदों से मिलूंगी. मैंने आज कांग्रेस नेता कमल नाथ, आनंद शर्मा और अभिषेक मनु सिंघवी से मुलाकात की. '
उनकी सूची में एक नाम नजर नहीं आ रहा है और वह हैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार का. बनर्जी ने कहा, 'मैंने शरद पवार से बात नहीं की है. मैं मॉनसून सत्र के बाद उनसे मिलूंगी.'
उन्होंने यह भी कहा कि वह राष्ट्रपति से भी मिलना चाहती हैं लेकिन उन्हें यह बताया गया है कि उन्हें इसके लिए पहले आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी. उन्होंने कहा कि यह अभी मुश्किल है. गौरतलब है कि बंगाल का तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद ममता पहली बार दिल्ली पहुंची हैं.
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