नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 22 नवंबर से 25 नवंबर तक राष्ट्रीय राजधानी के दौरे पर रहेंगी. ममता ने कहा कि 'मैं, दिल्ली दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात करूंगी और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकार क्षेत्र के विस्तार का मुद्दा उठाऊंगी.'
ममता ने कहा कि त्रिपुरा में पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले का विरोध कर रहे तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के साथ एकजुटता व्यक्त करूंगी, प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के दौरान यह मुद्दा भी उठाऊंगी.
गृह मंत्री ने नहीं दिखाया शिष्टाचार !
अमित शाह पर निशाना साधते हुए, टीएमसी सुप्रीमो ने दिल्ली रवाना होने से पहले कोलकाता में संवाददाताओं से कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने 'अभी तक शिष्टाचार नहीं दिखाया है' और टीएमसी सांसदों से मुलाकात नहीं की है. त्रिपुरा में हिंसा को लेकर टीएमसी सांसद उनसे मिलना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, 'अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान, मैं प्रधानमंत्री से मिलूंगी. राज्य से संबंधित विभिन्न मामलों के अलावा, मैं बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने के साथ-साथ त्रिपुरा हिंसा से संबंधित मुद्दों को उठाऊंगी.'
त्रिपुरा में सुप्रीम कोर्ट की अवहेलना
बनर्जी ने आश्चर्य व्यक्त किया कि मानवाधिकार आयोग पूर्वोत्तर राज्य में बल के भारी इस्तेमाल का 'संज्ञान क्यों नहीं ले रहा' है. उन्होंने कहा, 'त्रिपुरा के मुख्यमंत्री (बिप्लब देब) और उनकी सरकार उच्चतम न्यायालय के निर्देश की अवहेलना कर रहे हैं. उन्हें आम लोगों को जवाब देना होगा. मैं शीर्ष अदालत से उनकी सरकार के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई करने की अपील करूंगी.'
गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू हो रहा है. बताया जा रहा है कि दिल्ली यात्रा के दौरान सीएम ममता विपक्षी दलों के साथ मोदी सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा कर सकती हैं.