Weather Forecast : छह दिन पहले पूरे देश में पहुंचा मानसून, हर राज्य में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक दक्षिण भारत में सप्ताह के पहले भाग के दौरान हल्की, मध्यम से व्यापक वर्षा के साथ छिटपुट भारी वर्षा जारी रहने और उसके बाद कम होने की संभावना है. पश्चिम भारत में 12 जुलाई तक हल्की से मध्यम, व्यापक रूप से व्यापक वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है. ऐसी ही स्थिति उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत पूर्व और निकटवर्ती पूर्वोत्तर भारत में बनी रहने की संभावना है.
प्रतिकात्मक तस्वीर
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Published : Jul 7, 2023, 9:34 AM IST
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Updated : Jul 7, 2023, 9:58 AM IST
नई दिल्ली : मॉनसून ने पूरे देश को कवर कर लिया है. गुरुवार को भारत के मौसम विज्ञान विभाग के बताया कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आगे बढ़ गया है. राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के शेष हिस्से में भी वर्षा शुरू हो गई है. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया था कि 8 जुलाई तक मानसून पूरे देश को कवर कर लेगा लेकिन इसने समय से 6 दिन पहले 2 जुलाई को ही पूरे देश को कवर कर लिया. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि वर्तमान में, भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में गर्म ENSO तटस्थ स्थितियां नजर आ रही हैं. इसकी वजह से अधिकांश भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में सतह का तापमान (एसएसटी) सामान्य से अधिक गर्म है.
आज देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी:भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. गुजरात में, मौसम कार्यालय ने अपनी आधिकारिक अधिसूचना में कहा है कि गुजरात क्षेत्र के जिलों वलसाड और दमन, दादरा नगर हवेली में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी मानसूनी बारिश होने की संभावना है.
उत्तर गुजरात में बारिश से कई इलाकों में भरा पानी
केरल के शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित:आईएमडी के अनुसार केरल के तिरुवनंतपुरम में आज बादल छाए रहने और कुछ स्थानों पर बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कन्नूर, कोट्टायम, कासरगोड, कोझिकोड और पथानामथिट्टा में आज शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है. आज के लिए केरल के मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर, कासरगोड जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है.
आर्थिक राजधानी के लिए येलो अलर्ट : मुंबई में भी आईएमडी ने आज आर्थिक राजधानी के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. मुंबई के अलावा महाराष्ट्र के ठाणे, सिंधुदुर्ग, नासिक, कोल्हापुर, अकोला, अमरावत, भंडारा, बुलढाणा, चंद्रपुर, गढ़चिरौली, गोंदिया, वर्धा, वाशिम और यवतमाल जिलों में भी आज के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. दिल्ली में, मौसम कार्यालय ने भविष्यवाणी की है कि अगले चार दिनों के दौरान दिल्ली में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
राजस्थान के पूर्वी हिस्सों के लिए ऑरेंज और पश्चिमी हिस्सों के लिए येलो अलर्ट जारी :राजस्थान में मौसम विभाग ने अगले तीन से चार दिनों में राज्य के अधिकांश पूर्वी हिस्से के साथ-साथ बीकानेर और जोधपुर संभागों में हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है. इसमें कहा गया है कि कुछ स्थानों पर भारी बारिश और एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है. विभाग ने अगले दो दिनों के लिए पूर्वी हिस्सों के लिए ऑरेंज और पश्चिमी हिस्सों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.
2024 की पहली तिमाही तक जारी अल नीनो की स्थिति बनी रहेगी:मौसम विभाग ने गुरुवार को जारी अपनी रिपोर्ट में एमएमसीएफएस और अन्य वैश्विक मॉडलों से मिले नवीनतम पूर्वानुमान का हवाला देते हुए अल नीनो के बारे में जानकारी दी है. विभाग के मुताबिक अल नीनो की वजह से तापमान में अभी और गिरावट आ सकती है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को कहा कि मानसून के मध्य में अल नीनो की स्थिति विकसित होने की उच्च संभावना के संकेत मिल रहे हैं. अनुमान के मुताबिक, 2024 की पहली तिमाही तक जारी अल नीनो की स्थिति बनी रहेगी.
महत्वपूर्ण मौसम संबंधी गतिविधियां : औसत समुद्र तल पर मानसून अपनी सामान्य स्थिति पर है. एक चक्रवाती परिसंचरण गंगीय पश्चिम बंगाल और उससे सटे उत्तरी ओडिशा के निचले हिस्से में स्थित है. इसके अलावा एक चक्रवाती परिसंचरण निचले स्तर पर गुजरात तट से सटे पूर्वोत्तर अरब सागर पर स्थित है.
दक्षिण भारत: सप्ताह के पहले भाग के दौरान इस क्षेत्र में छिटपुट भारी वर्षा के साथ हल्की से मध्यम काफी व्यापक वर्षा जारी रहने और उसके बाद कम होने की संभावना है. केरल और तटीय कर्नाटक में भी अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है.
पश्चिम भारत : इस सप्ताह गुजरात में भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है. इसके साथ ही पश्चिम भारत के विभिन्न इलाकों में हल्की से मध्यम काफी व्यापक से व्यापक वर्षा के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत अधिक वर्षा होने की संभावना है. सप्ताह के पहले भाग के दौरान कोंकण और गोवा और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्र में भी भारी वर्षा होने की संभावना है. कोंकण और गोवा, कच्छ तथा सौराष्ट्र में शनिवार तक अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है.
उत्तर पश्चिम भारत : सप्ताह के अधिकांश दिनों में इस क्षेत्र में बहुत अधिक संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक, छिटपुट भारी वर्षा के साथ हल्की से मध्यम काफी व्यापक वर्षा होने की संभावना है. सप्ताह के दौरान उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की भी संभावना है. अनुमान के मुताबिक, सप्ताह के अधिकांश दिनों में पूर्वी राजस्थान में और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सप्ताह के अधिकांश दिनों में भारी वर्षा की बहुत अधिक संभावना है.
मध्य भारत : इस क्षेत्र में सप्ताह के पहले भाग के दौरान छिटपुट भारी वर्षा के साथ हल्की से मध्यम काफी व्यापक वर्षा होने की संभावना है. उसके बाद इसमें कमी आने की संभावना है. छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की भी संभावना है.
पूर्व और निकटवर्ती पूर्वोत्तर भारत : उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और में भारी वर्षा की संभावना है. सप्ताह के दौरान मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर में भी काफी व्यापक से हल्की व्यापक रूप में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी से बहुत अधिक वर्षा की संभावना है. सप्ताह के दौरान गंगा के पश्चिम में ओडिशा और बिहार में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. आज झारखंड के विभिन्न इलाकों में भारी वर्षा हो सकती है. क्षेत्र के बांकी हिस्सों में भी बाकी हिस्सों में हल्की से मध्यम छिटपुट से लेकर काफी व्यापक वर्षा होने की संभावना है.
13 से 19 जुलाई के बीच ये रहेगा मौसम का हाल :13 से 19 जुलाई के बीच अधिकांश दिनों के दौरान मॉनसून ट्रफ सक्रिय रहेगा. अनुमान के मुताबिक, मानसून अपनी सामान्य स्थिति में रहने की संभावना है. इस दौरान गुजरात तट से उत्तरी केरल तट तक ऑफशोर ट्रफ बनने की संभावना है. पश्चिमी तट पर तेज पश्चिमी दक्षिण पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, छिटपुट के साथ हल्की से मध्यम, काफी व्यापक से व्यापक वर्षा गतिविधि देश के मध्य भागों और पश्चिमी तट पर भारी वर्षा होने की संभावना है. सप्ताह के अधिकांश दिनों में दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के शेष भाग में हल्की से मध्यम छिटपुट या काफी व्यापक वर्षा और तूफान की संभावना है.
सप्ताह के दौरान उत्तर-पश्चिम, पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. इस दौरान पूर्वोत्तर और इससे सटे पूर्वी भारत में बारिश होने की संभावना है. कुल मिलाकर, मध्य भारत, दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत और उत्तर-पश्चिम भारत में वर्षा गतिविधि सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है. केवल पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और पंजाब को छोड़कर जहां यह सामान्य से नीचे रहने की संभावना है. सप्ताह के दौरान पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में तापमान सामान्य के करीब रहेगा.