नई दिल्ली : भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले चार दिनों के दौरान कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और ओडिशा में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. खास तौर से बुधवार यानी 19 जुलाई को गुजरात में बहुत भारी से भारी वर्षा होने की संभावना है. आईएमडी ने बताया कि आज उत्तराखंड और मध्य भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा होगी. हालांकि कि आज के बाद भी 22 जुलाई तक इन इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बुहत भारी वर्षा होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने 21 जुलाई तक कई राज्यों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है. इस सप्ताह दक्षिण पश्चिम मानसून का एक और सक्रिय चरण शुरू होने की उम्मीद है. विभाग ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, गुजरात, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों के लिए अलर्ट जारी किया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पूर्वोत्तर और निकटवर्ती पूर्वी भारत तथा मैदानी इलाकों में हल्की वर्षा की संभावना है. अगले 3 से 4 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत (पूर्वी राजस्थान को छोड़कर) में भी भारी वर्षा होने की संभावना है.
मौसम संबंधी महत्वपूर्ण गतिविधायां : मौसम विभाग ने अपने सोमवार को अपने अनुमान में बताया है कि उत्तरी ओडिशा और इससे सटे गंगीय पश्चिम बंगाल और झारखंड पर रविवार को बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब कमजोर बन गया है. हालांकि, इस चक्रवाती परिसंचरण के कारण अभी भी दक्षिणी झारखंड और आसपास के क्षेत्र में बारिश की संभावना बनी हुई है. आईएमडी ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ मध्य पाकिस्तान और मध्य में निकटवर्ती पंजाब पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जा रहा है. 24 घंटे के भीतर उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है.
पूर्वी भारत: अगले कुछ दिनों में ओडिशा में काफी व्यापक रूप से कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके साथ ही अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी वर्षा की संभावना मौसम विभाग ने जताई है. 20 और 21 जुलाई को ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
मध्य भारत : मध्य भारत में अगले पांच दिनों के दौरान हल्की से मध्यम से व्यापक वर्षा के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. आईएमडी के मुताबिक, इस दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की भी संभावना है.