नई दिल्ली : दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले 72 दिनों से किसानों का आंदोलन जारी है. ऐसे में इस आंदोलन के कई अलग-अलग रूप देखने को मिल रहे हैं. शुक्रवार को भी एक अलग ही नजारा दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर देखने को मिला.
दिल्ली से गाजीपुर की ओर आने वाले रोड पर जहां एक तरफ पुलिस ने कई लेयर की बैरिकेडिंग और कंटीले तार लगाए हैं. वहीं कुछ दिन पहले इसी रोड पर दिल्ली पुलिस के द्वारा टायर किलर भी लगाए गए थे. हालांकि दो दिन बाद ही टायर किलर को हटा दिया गया था.
दिल्ली पुलिस की इस चाक-चौबंद व्यवस्था और तमाम बॉर्डर पर बैरिकेडिंग का जवाब किसानों ने अलग अंदाज में दिया है. किसानों ने शुक्रवार को दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस की तरफ से लगाई गई बैरिकेडिंग के ठीक सामने मिट्टी डालकर वहां फूल उगाने का काम शुरू कर दिया.
इस मौके पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, 'किसान तो किसान है कहीं भी खेती कर लेता है. वहीं दूसरी ओर जिस तरीके से दिल्ली पुलिस ने उनके लिए कीलें लगाई थीं, उसका जवाब देते हुए उन्हें प्यार भरे ढंग से फूल लगा कर देंगे. देश के विभिन्न हिस्सों से किसान जो जल लेकर आए हैं, उस जल को इस मिट्टी पर छिड़का जाएगा.'
राकेश टिकैत की किसानों से अपील
राकेश टिकैत ने किसानों से अपील की है कि जो भी किसान गांवों से गाजीपुर बॉर्डर आ रहे हैं, वह अपने साथ खेत की मिट्टी जरूर लेकर आएं. खेत की मिट्टी को इस मिट्टी में मिला दें और यहां से थोड़ी सी मिट्टी ले जाकर अपने खेत में डालें. यह कोई आम मिट्टी नहीं है बल्कि किसान क्रांति की मिट्टी है.